चैंपियंस ट्रॉफी 2017 का फाइनल मैच। इंग्लैंड के द ओवल मैदान भारत और पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने थीं। टॉस हारकर पहले बैटिंग करने आई पाकिस्तान ने 337 रन बनाए। रोहित शर्मा, शिखर धवन और विराट कोहली जैसे मजबूत टॉप ऑर्डर के सामने ये टारगेट चेज होता नजर आ रहा था। लेकिन 9 ओवर खत्म होते ही टीम इंडिया का स्कोर 33/3 हो गया। रोहित, धवन और कोहली तीनों पवेलियन में, वजह सिर्फ मोहम्मद आमिर।
आमिर ने पावरप्ले में तीनों को पवेलियन भेजा और भारत 180 रन से मैच हार गया। आमिर के बाद न्यूजीलैंड के ट्रेंट बोल्ट ने 2019 वनडे वर्ल्ड कप में भारत का यही हाल किया। फिर पाकिस्तान के शाहीन शाह अफरीदी ने टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में अपने शुरुआती दो ओवर में केएल राहुल और रोहित शर्मा के विकेट लेकर भारत को बैक फुट पर धकेल दिया। भारत पहली बार किसी वर्ल्ड कप मुकाबले में पाकिस्तान से हारा।
इसके बाद इंग्लैंड के पिछले दौरे पर रीस टोप्ले ने भारतीय बल्लेबाजों को बहुत परेशान किया। अब ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने भारत में ही हमारे टॉप बैटर्स की नाक में दम कर दिया है।
इन सभी में कुछ बातें कॉमन हैं। सभी लेफ्ट आर्म पेसर्स हैं। सभी तेजी से इन-स्विंग बॉल फेंकते हैं। सभी ने हमारे टॉप ऑर्डर को बड़े टूर्नामेंट और अहम मैचों के पावरप्ले में ही पवेलियन भेज रखा है। आगे स्टोरी में हम जानेंगे कि हमारे बैटर्स ने लेफ्ट आर्म पेसर्स के सामने किन अहम मौकों पर स्ट्रगल किया, इसकी वजह क्या रही और इसी साल होने वाले वनडे वर्ल्ड कप में टॉप-10 टीमों के कौन से बॉलर्स टीम इंडिया को परेशान कर सकते हैं।
सबसे पहले देखें वनडे इंटरनेशनल में लेफ्ट आर्म पेसर्स के खिलाफ हमारे बैटर्स का प्रदर्शन…
आगे जानेंगे कि लेफ्ट आर्म पेसर्स हमें परेशान क्यों करते हैं, उससे पहले उन वाकयों के बारे में विस्तार से जान लीजिए जिनका जिक्र ऊपर किया गया था…
ट्रेंट बोल्ट | वनडे वर्ल्ड कप सेमीफाइनल
9 जुलाई 2019 को भारत और न्यूजीलैंड की टीमें वनडे वर्ल्ड कप सेमीफाइन में भिड़ीं। टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को 239 रन पर रोक दिया। खराब मौसम के कारण बारिश होने लगी और मैच रिजर्व डे पर अगले दिन की सुबह कन्टीन्यू हुआ। केएल राहुल, रोहित और विराट जैसे बैटर्स के आगे 240 का टारगेट छोटा लग रहा था, लेकिन 3.1 ओवर में भारत का स्कोर 5/3 हो गया। तीनों टॉप ऑर्डर बैटर्स पवेलियन लौट गए।
न्यूजीलैंड के ट्रेंट बोल्ट ने कोहली और मैट हेनरी ने बाकी 2 विकेट लिए। टीम इंडिया दबाव में आ गई, लेकिन महेंद्र सिंह धोनी और रवींद्र जडेजा मैच को आखिर तक ले गए। यहां भी लेफ्ट आर्म पेसर बोल्ट आए और जडेजा को 77 रन पर आउट कर दिया। धोनी अगले ही ओवर में रन आउट हुए और भारत 18 रन से मैच हारकर फाइनल में जगह नहीं बना सका।
शाहीन शाह अफरीदी | टी-20 वर्ल्ड कप, ग्रुप स्टेज
2021 टी-20 वर्ल्ड कप के ग्रुप स्टेज में भारत का पहला ही मुकाबला चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान से हुआ। टूर्नामेंट में इससे पहले पाकिस्तान से कभी नहीं हारने वाली टीम इंडिया इस बार फिर फेवरेट मानी जा रही थी। भारत की बैटिंग आई और 2.1 ओवर में स्कोर 6/2 हो गया। रोहित और राहुल को लेफ्ट आर्म पेसर शाहीन शाह अफरीदी ने आउट कर दिया।
भारतीय टीम दबाव में आ गई, यहां से कोहली ने पारी संभाली और टीम को बड़े स्कोर की ओर ले जाने लगे। यहां भी 19वें ओवर में शाहीन ने कोहली को आउट किया और भारत 20 ओवर में दुबई के मैदान पर 151 रन ही बना सका। पाकिस्तान ने बगैर विकेट गंवाए 17.5 ओवर में ही टारगेट हासिल कर भारत को टूर्नामेंट इतिहास में पहली बार हरा दिया। वो भी पूरे 10 विकेट से।
टी-20 में भी हमारे बैटर्स अक्सर लेफ्ट आर्मर्स के खिलाफ स्ट्रगल करते हैं। नीचे के ग्राफिक में देखें टीम इंडिया के बैटर्स का टी-20 में लेफ्ट आर्म तेज गेंदबाजों के खिलाफ प्रदर्शन…
द्विपक्षीय सीरीज में इन्होंने किया परेशान
2015 में टीम इंडिया महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में वनडे सीरीज खेलने बांग्लादेश गई। टीम जब भारत लौटी तो हम 2-1 से सीरीज हार चुके थे, बांग्लादेश को सीरीज जिताने वाले प्लेयर का नाम मुस्ताफिजुर रहमान था। इस लेफ्ट आर्म तेज गेंदबाज ने वनडे सीरीज के 3 मैचों में 13 भारतीय बैटर्स को पवेलियन भेजा। अब हालात ये है कि मुस्ताफिजुर भारत के खिलाफ अब तक 12 वनडे में कुल 22 ले चुके हैं।
मुस्ताफिजुर के बाद तो जैसे विपक्षी टीमें भारत के खिलाफ एक न एक लेफ्ट आर्म पेसर को टीम में रखने ही लगीं। जिसका नतीजा भी विपक्षी टीमों को मिला, 2022 में इंग्लैंड गई टीम इंडिया के खिलाफ रीस टॉप्ले ने वनडे में 6 विकेट लेकर लगभग अकेले ही टीम को हरा दिया। उस दौरे पर टी-20 और वनडे सीरीज में लेफ्ट आर्म पेसर डेविड विली ने भी खूब विकेट चटकाए। टॉप्ले के नाम तो भारत के खिलाफ 5 वनडे में 12 विकेट हैं, वहीं विली के नाम भी 9 विकेट हैं।
टेस्ट में भी आती हैं दिक्कतें
वनडे और टी-20 के अलावा टीम इंडिया के बैटर्स टेस्ट में भी लेफ्ट आर्म पेसर्स के खिलाफ स्ट्रगल करते हैं। इंग्लैंड के सैम करन तो 2018 की टेस्ट सीरीज में भारत और इंग्लैंड के बीच जीत का सबसे बड़ा अंतर रहे। उन्होंने पूरी सीरीज के 4 मैचों में 11 विकेट लिए, वो भी अहम मौकों पर। उन्होंने जिन बैटर्स को आउट किया, उनमें विराट कोहली, केएल राहुल, मुरली विजय से लेकर चेतेश्वर पुजारा भी शामिल रहे।
साउथ अफ्रीका के मार्को यानसेन ने भी 2021-22 की टेस्ट सीरीज में कोहली, राहुल समेत हमारे कई टॉप ऑर्डर बैटर्स को पवेलियन भेज कर भारत को सीरीज जीतने से रोका था। टीम इंडिया उस दौरे पर 1-2 से टेस्ट सीरीज हार गई थी।