हरियाणा के पानीपत शहर की महादेव कॉलोनी में परचून स्टोर की दुकान पर अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट देखकर गर्भ में पल रहे भ्रूण का लिंग बताने का खेल चल रहा था। जिसका स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पर्दाफ़ाश किया है। दुकान संचालक अल्ट्रासाउंड की लेवल-टू रिपोर्ट देखकर एक महिला की मदद से लिंग के बारे में बता रहा था। जिसकी एवज में वह 10 हजार रुपए ले रहा था। स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस की मदद से आरोपी को रंगे हाथ पकड़ा।
तहसील कैंप थाना पुलिस को दी शिकायत में सिविल अस्पताल के PNDT नोडल ऑफिसर डॉ. पवन कुमार ने बताया कि सिविल सर्जन को गुप्त सूचना मिल रही थी कि महादेव कॉलोनी में अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड के बाद गर्भ में पल रहे भ्रूण की लिंग के बारे में बताया जाता है।
भ्रूण लिंग बताने के 10 हजार मांगे
सूचना के आधार पर सिविल अस्पताल द्वारा एक टीम का गठन किया गया। जिसमें नोडल अधिकारी समेत, डॉ. रिंकी सांगवान, डॉ. एकता बठला को शामिल किया गया। इसी दिन एक गर्भवती महिला का लेवल-टू अल्ट्रासाउंड करवाया गया।
16 मार्च को मुखबिर ने टीम को बताया कि महादेव कॉलोनी मे हनुमान मंदिर के नजदीक परचून की दुकान में कोई व्यक्ति आएगा और लेवल-टू अल्ट्रासाउंड देखकर गर्भ में लड़का-लड़की के बारे में बताएगा और वह 10 हजार रुपए लेगा।
रिपोर्ट देखने के 1 घंटे बाद बताया
सूचना के आधार पर 3 बजे टीम उक्त परचून की दुकान में पहुंची। जहां रवि निवासी महादेव कॉलोनी मिला। जिसने रिपोर्ट की फोटो अपने फोन में खींचने के बाद कहा कि वह 1 घंटे बाद भ्रूण लिंग के बारे में बताएगा। शाम 4:15 बजे रवि अपनी दुकान पर आया।
जिसने बताया कि गर्भ में लड़का है। साथ ही रवि ने कहा कि परचून स्टोर पर कार्यरत आंटी ने उसे रिपोर्ट देखकर गर्भ मे लिंग जांच करने के लिए बुलाया था। जैसे ही गर्भवती महिला ने रवि को 10 हजार रुपए दिए, वैसे ही मौके पर पुलिस ने दबिश देकर रुपए समेत काबू किया।