ऑस्कर विजेता संगीतकार एमएम कीरवानी के साथ अजय देवगन और नीरज पांडे ने अपनी अगली फिल्म के लिए कोलैबोरेट किया है। अजय देवगन ने कहा, ‘कीरवानी जी के संगीत की जितनी तारीफ की जाए, कम है।’
शेषनाग की आकृति वाले सिंहासन पर बैठते हैं किरवानी- ललित पंडित
एमएम कीरवानी को हिंदी गानों में सबसे पहले मुकेश भट्ट लेकर आए थे। वो 90 के दशक में आई नागार्जुन और मनीषा कोईराला की फिल्म ‘क्रिमिनल’ थी। उसमें गाने गीतकार इंदीवर के थे। मशहूर संगीतकार ललित पंडित ने एमएम कीरावनी की मदद की थी।
ललित पंडित ने बताया, ‘दरअसल तब कीरवानी साहब को लैंग्वेज की प्रॉब्लम थी। ऐसे में मुकेश भट्ट साहब ने मुझसे कहा कि इंदीवर की हेल्प करें। उन्होंने कहा कि इंदीवर से गाने लिखवा लूं। उसके बाद मैं और कुमार सानू साउथ में कीरवानी जी के ऑफिस भी गए। इसके बाद कीरवानी ने गाना ‘तू मिले दिल खिले’ कंपोज किया, जिसे फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला है।
ललित पंडित ने आगे बताया, ‘कीरवानी जी बड़े धार्मिक इंसान हैं। उनके ऑफिस के म्यूजिक रूम में हमने देखा कि एक शेषनाग की आकृति का सिंहासन है। ऊपर शेषनाग के फन का स्ट्रक्चर है। कीरवानी साहब उस पर बैठकर म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट के साथ म्यूजिक कंपोज करते हैं। माथे पर भभूत लगाते हैं। हम बड़े खुश हैं, जो उनके संगीत से हिंदुस्तान का मान बढ़ा है। उनके नाम कीरवानी का अर्थ होता है राग। संयोग देखिए कि संगीत उनकी रग रग में है।’
कीरवानी को ये सम्मान बहुत पहले मिलना चाहिए था…
प्रोड्यूसर मुकेश भट्ट ने बताया, ‘कीरावनी जी को तो बहुत पहले इस तरह के सम्मान मिल जाने चाहिए थे। उनके कंपोजिशन बेहद ओरिजिनल हैं। उनके संगीत में कोई मिलावट नहीं है।
वो गाने कॉपी नहीं करते हैं। हमारे लिए जो उन्होंने ‘क्रिमिनल’ के गाने का म्यूजिक दिया, वो आज भी अमर है। साथ ही फिल्म ‘जख्म’ के लिए जो उन्होंने ‘गली में आज चांद निकला’ दिया, वो भी अमर है। जो सम्मान उन्हें आज मिला है, वह बहुत पहले मिल जाना चाहिए था।’