होलाष्टक 27 फरवरी से शुरू हो गया है। जो कि 7 मार्च तक रहेगा। होली से पहले वाले इन दिनों में मांगलिक काम नहीं किए जाते हैं। लेकिन विद्वानों का कहना है कि इन दिनों में खरीदारी करने से कोई दोष नहीं लगता। ज्योतिष ग्रंथों के मुताबिक पूरे साल खरीदारी की जा सकती है। जिसके लिए कुछ तिथियां, वार, नक्षत्र और शुभ योग तय किए गए हैं। इन्हीं योगों के चलते इस बार होलाष्टक के दौरान हर तरह की खरीदारी के लिए सात दिन शुभ रहेंगे।
दो दिन पुष्य नक्षत्र का संयोग
इन दिनों में शुक्रवार और शनिवार को पुष्य नक्षत्र रहेगा। जिससे शुक्र और शनि पुष्य का संयोग बनेगा। ये शुभ नक्षत्र शुक्रवार को दोपहर तकरीबन साढ़े 3 बजे से शुरू होगा और अगले दिन शनिवार को शाम 7 बजे तक रहेगा। इस तरह पुष्य नक्षत्र में खरीदारी के लिए दो दिन शुभ रहेंगे। इस नक्षत्र में की गई खरीदारी लंबे समय तक फायदा देने वाली होती है। जिससे सुख और समृद्धि बढ़ती है।
5 और 9 मार्च के अलावा हर दिन शुभ मुहूर्त
पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र और तिरुपति के डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव बताते हैं कि इस बार तिथियों की घट-बढ़ की वजह से होलाष्टक 9 दिनों का रहेगा। जिसमें रविवार, 5 मार्च और 7 तारीख मंगलवार को शुभ मुहूर्त नहीं है।
इस सप्ताह तीन सर्वार्थसिद्धि और पांच रवियोग बनेंगे। साथ ही दो दिन पुष्य नक्षत्र का संयोग रहेगा। वहीं, इन दिनों में व्हीकल खरीदारी के 4 विशेष मुहूर्त और प्रॉपर्टी के लिए दो दिन शुभ रहेंगे। शुभ योगों में किए गए निवेश, लेन-देन और खरीदारी से लाभ मिलेगा।
तारीख और दिन | मुहूर्त और शुभ योग |
27 फरवरी, सोमवार | सर्वार्थसिद्धि योग और व्हीकल खरीदारी का मुहूर्त |
28 फरवरी, मंगलवार | रवियोग |
1 मार्च, बुधवार | रवियोग और व्हीकल खरीदारी का मुहूर्त |
2 मार्च, गुरुवार | सर्वार्थसिद्धि, रवियोग, व्हीकल और प्रॉपर्टी खरीदारी का मुहूर्त |
3 मार्च, शुक्रवार | सर्वार्थसिद्धि योग, व्हीकल और प्रॉपर्टी खरीदारी का मुहूर्त |
4 मार्च, शनिवार | रवियोग और पुष्य नक्षत्र |
6 मार्च, सोमवार | रवियोग |