लखनऊ के हजरतगंज स्थित 5 मंजिला अलाया बिल्डिंग मंगलवार शाम गिर गई। हादसे में कांग्रेस नेता जीशान हैदर की मां और पत्नी की मौत हो गई है। मलबे में दबे लोगों को बाहर निकलाने की जद्दोजहद चल रही है। 18 घंटे से रेस्क्यू जारी है। NDRF के साथ आर्मी टीम रेस्क्यू में जुटी हैं।
बुधवार सुबह जीशान हैदर की 72 साल की मां बेगम हैदर को रेस्क्यू कर सिविल अस्पताल लाया गया था। डॉक्टर ने बताया कि इलाज के दौरान बेगम हैदर की मौत हो गई। जीशान की पत्नी को 18 घंटे बाद मलबे से बाहर निकाला गया। अस्पताल में उनकी भी मौत हो गई।
यह तस्वीर मंगलवार रात हादसे के बाद की है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को देखते ही जीशान रो पड़े थे। गले लगाकर डिप्टी सीएम ने हौसला बढ़ाया।
हादसा मंगलवार शाम करीब 6:30 बजे हुआ। DGP डीएस चौहान के अनुसार अभी तक कि 14 लोगों को रेस्क्यू करके निकाला गया है। जो लोग बिल्डिंग के बेसमेंट में फंसे हैं। उनको लगातार ऑक्सीजन देने का प्रयास हो रहा है। इनसे फोन पर भी बात की गई है।
मलबे में फंसे लोगों को बचाने के लिए लगातार रेस्क्यू चल रहा है। महिला को बाहर निकालने के बाद ऑक्सीजन लगाया गया।
जांच कमेटी एक सप्ताह में देगी रिपोर्ट
वहीं मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी में लखनऊ के आयुक्त रोशन जैकब, संयुक्त पुलिस आयुक्त लखनऊ पीयूष मोर्डिया और चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी लखनऊ को शामिल किया गया है। यह कमेटी एक सप्ताह में रिपोर्ट सरकार को देगी।
खुदाई की वजह से ढही इमारत, नक्शा भी पास नहीं, पूर्व मंत्री का बेटा हिरासत में
अलाया अपार्टमेंट के बेसमेंट में मंगलवार को खुदाई चल रही थी, तभी यह ढह गया। पुलिस ने पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश को हिरासत में लिया है। बिल्डिंग उन्हीं की है। अलाया अपार्टमेंट करीब 15 साल पहले बनी थी। इसमें 30-35 परिवार रह रहे थे।इस इमारत को बनाने के समय न सेटबैक छोड़ा गया और न जरूरी संपर्क मार्ग। LDA के सूत्रों की मानें तो अभी तक बिल्डिंग का कोई नक्शा सामने नहीं आया है।
रेस्क्यू किए गए लोग बोले- बेसमेंट में पाइप डलवा रहे थे, इसी वजह से हादसा
फ्लैट 404 में हनी हैदर के यहां काम करने वाली शाहजहां बानो को 12 घंटे बाद रेस्क्यू किया गया। शाहजहां ने बताया कि हम लोग चाय बनाकर पी रहे थे। गैस जल रही थी। अचानक बिल्डिंग से चट-चट की आवाज आने लगी। 10 मिनट के अंदर ही बिल्डिंग गिरने लगी। हम लोग उसी में फंसे रह गए।
अलाया अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 301 में रहने वाली रंजना अवस्थी और उनकी बेटी आलोका अवस्थी को रेस्क्यू किया गया है। आलोका ने बताया, “मेरठ के शाहिद मंजूर ने ही पेंटहाउस बनवाया था। शाहिद मंजूर इमारत के बेसमेंट में पाइप डलवाने का काम करा रहे थे। पिछले तीन दिनों से ये काम चल रहा था। मैंने इस बात का विरोध भी किया था। विरोध करने पर एक दिन पहले हंगामा भी हुआ।”