भारतीय रेसलर विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने बुधवार को रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के प्रेसिडेंट बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उनके साथ करीब 20 रेसलर दिल्ली के जंतर-मंतर पर बैठे थे। गुरुवार को वे फिर से अपना धरना शुरू करेंगे।
खेल मंत्रालय ने पहलवानों की ओर से लगाए आरोपों को गंभीरता से लेते हुए कुश्ती संघ से 72 घंटे के अंदर जवाब मांगा है। ऐसा नहीं करने पर कुश्ती संघ के खिलाफ कार्रवाई होगी। इंटरनेशनल रेसलर दिव्या काकरान ने वीडियो पोस्ट कर बृजभूषण शरण का सपोर्ट किया है।
आरोपों का नतीजा- वुमन कोचिंग कैंप रद्द
खेल मंत्रालय ने लखनऊ में 18 जनवरी से शुरू होने वाली महिला रेसलिंग कैंप भी रद्द कर दिया है। इस कैंप में 41 महिला पहलवानों को भाग लेना है। मंत्रालय ने आदेश में कहा कि जो महिला पहलवान कैंप मे पहुंच गई हैं, उन्हें वहां रहने तक हर प्रकार की सुविधा दें।
जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना
ये फोटो बुधवार के धरने का है। इसमें अंशु मलिक (बाएं से पहली), सत्यवृत काद्यान साक्षी मलिक के पति (अंशु के पीछे), अमित धनखड़ (झंडा पकड़कर नीचे मुंह किए हुए), धनखड़ के आगे विनेश फोगाट (सफेद हुडी), विनेश के आगे सोनम मलिक (सफेद हुडी), विनेश के दाएं साक्षी मलिक, साक्षी के पीछे सुजीत मान (बजरंग के कोच, झंडा पकड़े हुए), साक्षी के सामने सरिता मौर्य (गुलाबी हुडी में), सुजीत मान के बगल में जीतेंदर झंडे के पीछे, सुमित (ब्लैक हूडी में), बजरंग पूनिया (एक हाथ से झंडा पकड़े हुए दाएं से पहले), बजरंग के आगे उनकी पत्नी संगीता फोगाट।
खिलाड़ियों ने धरने में क्या-क्या आरोप लगाएं, सिलसिलेवार पढ़ें…
विनेश फोगाट ने बुधवार को धरने में कहा था- नेशनल कैम्प्स में वुमन रेसलर्स का प्रेसिडेंट बृजभूषण शरण सिंह और कोच यौन उत्पीड़न करते हैं। नेशनल कैम्प्स में पोस्टेड कुछ कोच तो वुमन रेसलर्स का सालों से यौन उत्पीड़न करते आ रहे हैं। कई महिला पहलवानों ने इसकी शिकायत भी की।
बजरंग पूनिया ने कहा था कि हमारा विरोध WFI और जिस तरह वे पहलवानों के हितों को ध्यान में रखे बिना काम कर रहे हैं उसके खिलाफ है। इसका राजनीति से कुछ भी लेना-देना नहीं है। अध्यक्ष को इस्तीफा देना चाहिए। हम प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से सीधे बात करेंगे।
WFI अध्यक्ष बोले- आरोप सही तो फांसी पर लटक जाऊंगा
इधर, WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था- विनेश फोगाट के आरोप बेबुनियाद हैं। उनके पास आरोपों का कोई सबूत नहीं है। कोई पीड़ित है तो सबूत के साथ मेरे सामने आए। आरोप सही हुए तो फांसी पर लटक जाउंगा।
महिला आयोग का खेल मंत्रालय और दिल्ली पुलिस को नोटिस
महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीमाल धरने पर बैठे खिलाड़ियों से मिली थीं और उन्होंने खेल मंत्रालय और दिल्ली पुलिस को नोटिस दिया। उन्होंने WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा था- यह बड़े शर्म की बात है कि हमारे देश के लिए मेडल लाने वाली शेरनियां सड़क पर धरने पर बैठी हैं।
विनेश का आरोप- मुझे जान से मारने की धमकी दी
विनेश ने कहा था- टोक्यो ओलिंपिक में हार के बाद WFI के अध्यक्ष ने मुझे ‘खोटा सिक्का’ कहा। मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। मैं हर दिन अपने जीवन को समाप्त करने के बारे में सोचती थी। अगर किसी पहलवान को कुछ होता है तो जिम्मेदारी WFI अध्यक्ष पर होगी।
विनेश यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने कहा- कोच महिलाओं को प्रताड़ित कर रहे हैं। हमारी स्थिति यह है कि अगर पानी भी बिना परमिशन के पी लिया तो फेडरेशन नाराज हो जाती है। हमें मारने की धमकी दी जा रही है। हमारे साथ कुछ भी होता है तो उसके लिए अध्यक्ष जिम्मेदार होंगे। हम लोग अपना करियर दांव पर लगाकर यहां धरने पर बैठे हैं।
ये पहलवान धरने पर
हमारे निजी जीवन में दखलंदाजी
WFI हमारे निजी जीवन में भी दखल देते हैं और हमें परेशान करते हैं। वे हमारा शोषण कर रहे हैं। जब हम ओलिंपिक में गए थे तो हमारे पास फिजियो या कोच नहीं था। दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों ने कहा- जब से हमने आवाज उठाई है, हमें धमकाया जा रहा है। विनेश ने कहा कि फेडरेशन खिलाड़ियों पर जबरदस्ती बैन लगाती है जिससे खिलाड़ी खेल न सके। मैं लगभग 10 साल से फेडरेशन से बात करने और हमारे मुद्दों को समझाने की कोशिश कर रही हूं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है।
विनेश फोगट ने 2022 बर्मिंघम गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था।
क्या है पूरा मामला?
भास्कर के सूत्रों ने बताया कि विशाखापट्टनम में सीनियर रेसलिंग चैंपियनशिप में फेडरेशन ने नए रेफरी बुला लिए थे। नए रेफरियों को नियमों की जानकारी नहीं थी। उन्होंने गलत निर्णय दिए। इससे प्लेयर्स में बड़ा असंतोष रहा और लड़ाईयां भी हुईं।
बजरंग पूनिया के पर्सनल कोच सुजीत मान ने एक मैच के निर्णय पर सवाल उठाया तो उन्हें फेडरेशन ने सस्पेंड कर दिया। सोनीपत में लगे सीनियर कैंप में सुजीत मान का नाम नहीं है। फेडरेशन की ऐसी ही मनमानियों के कारण धरना दिया जा रहा है।
अध्यक्ष को लिखे पत्र से विरोध के बारे में पता चला: WFI असिस्टेंट सेक्रेटरी
WFI के खिलाफ पहलवानों के विरोध पर WFI के असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर ने कहा- मुझे पता नहीं है ये किस बारे में है। WFI के अध्यक्ष को सभी रेसलर ने पत्र लिखा, उससे मुझे प्रदर्शन के बारे में पता चला। मैं यहां उनसे उनकी समस्या पूछने आया हूं।