ईरान के मशहूर फुटबॉलर अली देई ने सरकार पर उनकी पत्नी और बेटी को देश से बाहर नहीं निकलने देने का आरोप लगाया है। अली देई की पत्नी ने सोमवार को तेहरान से दुबई के लिए फ्लाइट ली थी। जिसे बीच में डाइवर्ट कर ईरान के किश आईलैंड पर लैंड करवा दिया गया।
अली देई ने कहा कि मेरी बेटी और पत्नी को फ्लाइट से उतार लिया गया, लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है। मुझे नहीं पता कि उनके देश छोड़ने पर बैन लगा दिया है या कुछ और बात है। पासपोर्ट पुलिस सिस्टम को इसकी जानकारी देनी चाहिए। मुझे नहीं पता ये सब क्यों किया जा रहा है।
अली देई की पत्नी को वापस तेहरान भेज दिया गया है।
अली देई ने सरकार की आलोचना की थी
अली देई दुनिया के बेहतरीन फुटबॉलर में से एक हैं। उन्होंने ईरान के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेले गए मैच में 109 गोल दागे थे। इस रिकॉर्ड को केवल क्रिस्टियानो रोनाल्डो ही तोड़ पाए हैं। हाल ही में अली देई ने ईरान में जारी हिजाब विरोधी प्रदर्शनों पर सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि सरकार को लोगों की बात सुननी चाहिए और उसका समाधान करना चाहिए। हथियार और हिंसा से विरोध को दबाना सही नहीं है।
ईरान में प्रदर्शनों के बीच मारे गए 18 साल से कम उम्र के युवा
ईरान में प्रदर्शन के 100 दिन पूरे हुए
ईरान में 22 सितंबर को महासा अमीनी की मौत के बाद हिजाब विरोधी प्रदर्शन शुरू हुए थे। इन प्रदर्शनों में अब तक 500 लोगों की जान जा चुकी है। जिनमें 69 बच्चे भी शामिल हैं। ईरान प्रदर्शनकारियों को फांसी की सजा दे रही है।
पुलिस आंखें फोड़ रही तो लोग पब्लिक में किस कर रहे, एंबुलेंस अस्पताल नहीं जेल पहुंचा रही
ईरान में हिजाब के खिलाफ जारी प्रदर्शनों से निपटने के लिए वहां की सरकार अलग-अलग तरीके अपना रही है। कहीं प्रदर्शनकारियों की आंखों को निशाना बनाया जा रहा है तो कहीं उन्हें डिटेन करने के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है।
ईरान में नाबालिगों को भी मौत की सजा:प्रदर्शनों में शामिल होने के आरोप में 3 पर चल रहा ट्रायल, अब तक 60 बच्चे मारे गए
ईरान में जारी प्रदर्शनों को रोकने के लिए वहां की सरकार अब नाबालिगों को भी मौत की सजा सुना सकती है। ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ के मुताबिक ईरान ने सरकार विरोधी प्रदर्शनों में हिस्सा लेने के लिए 3 नाबालिगों को आरोपी ठहराया है।