हरियाणा में इस बार पंच-सरपंच की शपथ प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। अब शपथ ग्रहण समारोह ग्राम सभा की मीटिंग बुलाकर आयोजित किया जाएगा। इसके साथ ही अधिकारी उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। इससे पहले सभी सरपंचों व पंचों को किसी एक स्थान पर एकत्रित कर शपथ दिलाई जाती थी।
सर्वसम्मति से चुने गए सरपंच, पंच को हरियाणा सरकार की ओर से गांव के विकास के लिए इनाम के तौर पर 50 हजार रुपए से लेकर 11 लाख रुपए दिए जाएंगे।
नई योजनाएं बनाएं जनप्रतिनिधि
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नव निर्वाचित सरपंचों व पंचों को कहा है कि ग्रामीण विकास के लिए नई-नई योजनाएं बनाएं। साथ ही अपने कार्य को ईमानदारी से करें। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत शासन की सबसे छोटी इकाई है और वे अपने गांव की एक स्वतंत्र सरकार के रूप में कार्य करती है। इसलिए सभी नव निर्वाचित सरपंच व पंच मिलजुलकर ग्रामीण विकास को आगे बढ़ाएं, सरकार की ओर से उन्हें पूरा सहयोग मिलेगा।
महिलाओं को राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने के लिए प्रदेश में पिछली बार 33 प्रतिशत आरक्षण लागू था, लेकिन 41 प्रतिशत से अधिक महिलाएं जीत हासिल कर सरपंच बनी। इस बार 50 प्रतिशत आरक्षण लागू होने के बाद आधी पंचायतों की चौधर महिलाओं के हाथ में होगी।
ग्रामीणों का सहयोग जरूर लें
CM मनोहर लाल ने कहा है कि अब चुनाव प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। सरपंच व पंच सभी ग्रामवासियों का सहयोग लेकर गांव की मूलभूत जरूरतों से संबंधित आवश्यक कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करवाएं। सीएम इससे गुरुग्राम के मानेसर में जनप्रतिनिधियों को सीख दे चुके हैं।
सर्वसम्मति से चुनाव अच्छी परंपरा
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार के पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में सर्वसम्मति से ब्लॉक समिति के सदस्य, सरपंच व पंच तथा पूरी की पूरी ग्राम पंचायतों का चुनाव कर ग्रामीणों ने एक अच्छी परम्परा की शुरुआत की है। सर्वसम्मति से चुने गए सरपंच, पंच को हरियाणा सरकार की ओर से गांव के विकास के लिए इनाम के तौर पर 50 हजार रुपए से लेकर 11 लाख रुपए दिए जाएंगे।