पाकिस्तानी सेना के अफसरों की संपत्ति बेतहाशा है। एक्सपर्ट्स ने इसकी एक ही वजह बताई है- सेना देश का सबसे बड़ा कारोबारी घराना है। वह इंडस्ट्री चलाती है और भ्रष्टाचार में लिप्त है। वहां की संसद में पेश आधिकारिक दस्तावेजों के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना 1.5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार करती है।
कारोबार में सीमेंट, खाद, बीज, तेल, गैस, बिजली, एयरपोर्ट सर्विस, विमानन पार्ट्स, जूते, सेना के उपकरण, सिक्योरिटी सर्विस, डिस्टलरी, बैंक, मीट, मेटल, विज्ञापन एजेंसी, मेडिकल सर्विसेज से लेकर रियल एस्टेट तक शामिल हैं। सेना की ओर से यह कारोबार 50 से ज्यादा कंपनियों या प्रोजेक्ट चार नामों आर्मी वेलफेयर ट्रस्ट, मिलिट्री फाउंडेशन, शाहीन फाउंडेशन और बहरिया फाउंडेशन के तहत चलाती है।
सेना का एयरपोर्ट सेवा का भी कारोबार है।
72 सैन्य अफसर सस्पेंड
1947 के बाद से अब तक मेजर के रैंक से ऊपर के 72 सैन्य अफसरों को भ्रष्टाचार के मामलों में सस्पेंड किया जा चुका है। इमरान खान के कार्यकाल में 6 अफसरों पर भ्रष्टाचार के मामलों में जांच जारी है।
2500 करोड़ का घोटाला
हाल में ही सरकार की ऑडिट में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तानी सेना ने 2500 करोड़ रुपए का घोटाला किया है। इसमें सेना के बड़े अधिकारियों की मिलीभगत से सैन्य भूमि और छावनियों की जमीनें अपने लोगों को कौड़ियों के दाम में बेची गई।
6 साल में अरबपति बने बाजवा
बाजवा 29 नवंबर को रिटायर हो जाएंगे। उन्होंने एक बार फिर से आर्मी चीफ बनने के लिए मना कर दिया था।
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा की संपत्ति साढ़े चार सौ करोड़ रुपए है। यह उनके 6 साल के कार्यकाल में 6 गुना हो चुकी है। पिछले 6 सालों में बाजवा के रिश्तेदारों और करीबियों ने कराची, लाहौर समेत पाकिस्तान के बड़े शहरों में फॉर्म हाउस बनाए, इंटरनेशनल बिजनेस और कॉमर्शियल प्लाजा शुरू किए। इसके अलावा उन्होंने विदेशों में प्रॉपर्टी भी खरीदी है।
मुशर्रफ ने बढ़ाया भ्रष्टाचार
2018 की जांच के मुताबिक तानाशाह जनरल परवेज मुशर्रफ ने राष्ट्रपति बनते ही पसंदीदा अफसरों को करीब एक लाख करोड़ रुपए के प्लॉट और अन्य फायदे दिए। मुशर्रफ और उसके परिवार के नाम अरबों रुपए की 10 संपत्तियां थीं।
स्विस बैंक में 25 रिटायर्ड अफसरों के खाते
क्रेडिट सुइस की अक्टूबर 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक, पाक सेना के 25 रिटायर्ड अफसरों के स्विस बैंक में खाते हैं। इनमें 80 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा जमा है। इसमें ISI के पूर्व प्रमुख अख्तर अब्दुर रहमान खान का खाता भी है। उनके अकाउंट में 15 हजार करोड़ रुपए बताए जाते हैं।