सोनाक्षी सिन्हा, हुमा कुरैशी, जहीर इकबाल स्टारर फिल्म डबल एक्सेल 4 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। सतराम रमानी के डायरेक्शन में बनीं इस फिल्म में क्रिकेटर शिखर धवन भी नजर आएंगे। फिल्म में अपने किरदार में जान डालने के लिए दोनों एक्ट्रेस को अपना वजन बढ़ाना पड़ा। जहां सोनाक्षी ने अपने रोल के लिए 15 किलो वजन बढ़ाया है वहीं हुमा कुरैशी ने 20 किलो वेट गेन किया। हाली ही में सोनाक्षी सिन्हा ने दैनिक भास्कर से अपनी अपकमिंग फिल्म के बारे में बात की, जिनमें एक्ट्रेस ने बताया कि आखिर डबल एक्सेल फिल्म में इस किरदार को निभाना उनके लिए कितना डिफरेंट था। आइए जानते हैं कि एक्ट्रेस ने फिल्म से जुड़ी अपनी तैयारियों के बारे में क्या बात की-
यह फिल्म आपके हाथ कैसे लगी?
सोनाक्षी ने कहा- ये फिल्म मुझे हुमा के घर से मिली। एक्चुअली, लॉकडाउन के समय हुमा के घर पर मैं, जहीर इकबाल और फिल्म के राइटर मुद्दसर अजीज बैठे हुए थे। वहां ऐसे बात छिड़ गई कि लॉकडाउन में हमने कितना वेट पुटऑन किया है। अभी जिम जाना पड़ेगा और वजन घटाना पड़ेगा। मुद्दसर को वहां से आइडिया मिला कि मैं एक ऐसी फिल्म बनाना चाहता हूं, जो दो लड़कियों के बारे में है और वह दो लड़कियां सिर्फ तुम दोनों ही हो सकती हो। उन्होंने दो महीने में स्क्रिप्ट रेडी कर ली। उसके बाद हमने फिल्म की शूटिंग भी शुरू कर दी और अब 4 नवंबर को फिल्म रिलीज होने जा रही है।
अपने किरदार के बारे में बताइए?
मेरे कैरेक्टर का नाम सायरा खन्ना है। वह दिल्ली शहर की लड़की है। फैशन डिजाइनर बनना चाहती है। मैं अपने कैरेक्टर से बहुत आइडेंटीफाई करती हूं, क्योंकि मैं भी फैशन डिजाइन की पढ़ाई की है। मैं खुद एक ओवर साइज लड़की थी, जो फैशन डिजाइनिंग कर रही थी। जिन कठिनाइयों से सायरा गुजरती है, वे सारी बातें मेरे साथ हो चुकी है।
यहां कैसे इनवायरल में जीते हो। बड़े होने पर जहां पर लुक्स इतना ज्यादा इंर्पोटेंस रखता है और लोग कांसेंटली आपको इन बातों पर पुल्प कर रहे होते हैं कि आपने कैसे कपड़े पहने हैं। यह कहानी ऐसी दो लड़कियों के बारे में है, जिन्हें अपनी लाइफ में बहुत भेदभाव झेलना पड़ा। फिर भी वे उससे आगे बढ़ीं और अपने सपनों को हासिल किया।
आपको रियल लाइफ में किस तरह के कमेंट सुनने को मिलते हैं?
ऐसे बहुत सारे कमेंट सुनने को मिले हैं। हमारी सोसायटी में ऐसी चीजों को बोलना बहुत नॉर्मल-सी बात बना दी है। दोस्तों में ऐसी बातें होती रहती है। मोटापे के लिए एक-दूसरे को चिढ़ाना, भाई-बहनों में होती रहती है, मां-बेटी में होती है। लेकिन उस उम्र में जब आप बड़े हो रहे होते हैं, तब ऑफकोर्स हर इंसान को बुरा लगता है। चाहे वह औरत हो, मर्द हो, लड़का हो या लड़की हो। हर किसी के दिल को ठेस पहुंचती है। ऐसी बहुत-सी चीजें सुनने को मिलती हैं। मैं जब स्कूल में स्पोर्ट्स खेलती थी, तब लड़के चिढ़ाते थे। मेरा नाम बुलाते थे। आई थिंक, यह बहुत कॉमन चीज हो चुकी है।
कैरेक्टर को बेहतर बनाने के लिए कितना वजन बढ़ाना पड़ा?
मैंने 15 किलो वजन बढ़ाया है। इसे घटाने में लगभग एक साल लग गया। इंडस्ट्री में आने से पहले भी मैंने 30 किलो वजन कम किया था। मेरी बॉडी को जो शूट करता है, वह अब तक मुझे पता चल गया है। मैंने वजन बढ़ाया तो पर यह नहीं चाहती थी कि किसी एथलेंटिस्क की तरह लूज करूं। कोई क्राइस डायटिंग या अपनी बॉडी को स्ट्रेस देते हुए ऐसा कुछ काम न करूं। लकिली, मेरे पास डबल एक्सेल के बाद अगला प्रोजेक्ट शुरू होने में थोड़ा वक्त था, इसलिए उतने टाइम में वेट कम करने में लिया। मैं अपना मन मार कर या अपने आपको प्रेशर में डाल कर स्लिम नहीं होना चाहती है। मैंने टाइम दिया और खुशी-खुशी वेट लूज किया। वजन घटाना सबके लिए चैलेंजिंग होता है।
फिल्म में आपके लिए सबसे ज्यादा चैलेंजिंग क्या था?
पहली बार कुश और मैं, एक-दूसरे के साथ काम कर रहे हैं। कभी-कभी वह अंतर पता नहीं चलता है कि आप घर पर हो या सेट पर हो। इस बात को अर्जेस्ट करने के लिए तीन-चार दिन लगे। लेकिन एक बार वह अंतर बना लेते हो कि यह सिर्फ न मेरा भाई है, बल्कि डायरेक्टर भी है, तब सब कुछ स्मूथ चलने लगता है। हमने फिल्म भी बहुत जल्दी खत्म कर ली। पहली बार कुश डायरेक्ट कर रहे हैं, लेकिन शेड्यूल से पहले उन्होंने रैपअप कर लिया। हमारे लिए बहुत स्मूथ शेड्यूल था। यह फिल्म अगले साल तक आएगी।