आदमपुर उपचुनाव में हरियाणा कांग्रेस को बड़ा झटका लगने जा रहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय छौक्कर BJP में शामिल होने जा रहे हैं। CM मनोहर लाल खट्टर की आदमपुर में होने जा रही रैली में वह पार्टी की सदस्यता लेंगे। बताया जा रहा है कि छोक्कर पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अनदेखी से नाराज चल रहे थे।
संजय छोक्कर के कांग्रेस छोड़ने की वजह पूर्व CM भूपिंदर हुड्डा बने हैं।
यूथ कांग्रेस के रह चुके अध्यक्ष
संजय छोक्कर हरियाणा की युवा राजनीति के बड़ा चेहरा रहे हैं। इससे पहले वह हरियाणा यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। पार्टी के सूत्रों के अनुसार पिछले कुछ दिनों से पार्टी में उनकी अनदेखी की जा रही थी, जिसके कारण उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का मन बनाया है। बीजेपी उन्हें हरियाणा में बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है।
राहुल गांधी के करीबी
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय छोक्कर राहुल गांधी के करीबी बताए जा रहे हैं। इन दिनों राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त हैं। उनके साथ हरियाणा से राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला भी हैं। वह भी पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा की पार्टी में मनमानी से नाराज चल रहे हैं। इस बारे में वह केंद्रीय नेतृत्व को भी कई बार जानकारी दे चुके हैं।
कांग्रेस छोड़ने के बाद कुरडाराम नंबरदार इनेलो में शामिल हो गए। उन्हें इनेलो ने आदमपुर उपचुनाव का प्रत्याशी बनाया है।
कुरड़ाराम भी छोड़ चुके पार्टी
आदमपुर उपचुनाव से पहले कांग्रेस नेता कुरडाराम नंबरदार भी पार्टी छोड़ चुके हैं। कांग्रेस छोड़ने के बाद कुरडाराम नंबरदार ने भी हुड्डा पिता-पुत्र पर निशाने साधे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ दो नेताओं की पार्टी रह गई है, जिसमें दीपेंद्र हुड्डा और भूपेंद्र हुड्डा ही शामिल हैं। कांग्रेस अपने आप को खत्म कर रही है।
कुलदीप बिश्नोई।
कुलदीप को नहीं बनने दिया अध्यक्ष
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कारण ही इससे पहले पूर्व CM भजन लाल के बेटे वर्तमान में भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई भी कांग्रेस छोड़ चुके हैं। वह हरियाणा में कांग्रेस संगठन की कमान संभालना चाहते थे, लेकिन हुड्डा ने उनकी यह इच्छा पूरी नहीं होने दी। मजबूरन उन्हे पार्टी छोड़ने के साथ ही विधायकी भी छोड़नी पड़ गई।
हरियाणा कांग्रेस में चार गुट
हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी इस कदर हावी है कि यहां चार गुट बन चुके हैं। पहला गुट पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा का बना हुआ है। वहीं दूसरा गुट रणदीप सुरजेवाला, तीसरा किरण चौधरी और चौथा गुट कुमारी शैलजा का बन गया है। यह चारों गुट अलग अलग राह चल रहे हैं, यही कारण है कि हरियाणा में पिछले आठ सालों से संगठन खड़ा नहीं हो पाया है।