मैक्सिको की राजधानी मैक्सिको सिटी में 6 अक्टूबर को गैंगवार हुआ। फायरिंग में मेयर मेंडोजा सहित 18 लोगों की मौत से ड्रग कार्टेल का खूनी चेहरा फिर सामने आया है। लगभग 13 करोड़ की आबादी वाला मैक्सिको 40 साल से ड्रग कार्टेल के चंगुल में है। यहां अफीम, हेरोइन और मारिजुआना की तस्करी में लिप्त कार्टेल समानांतर सरकार के रूप में काम करते हैं।
मैक्सिको के लगभग 150 से ज्यादा कार्टेल सालाना लगभग ढाई लाख करोड़ रुपए की ड्रग्स तस्करी अमेरिका को करते हैं। कार्टेल यानी इन संगठित गिरोहों के पास लगभग 75 हजार गुर्गों की प्राइवेट आर्मी है। इन कार्टेल के बीच खूनी संघर्ष होता रहता है।
साउथ मेक्सिको के टोटोलेपन शहर में बंदूकधारियों ने मेयर कोनार्डो मेंडोजा समेत 18 लोगों को गोली मारकर हत्या कर दी थी।
युवा कार्टेल में शामिल हो रहे
सबसे बड़े सिनालोआ कार्टेल के पास 600 से अधिक विमान और हेलीकॉप्टर हैं। ये संख्या मैक्सिको की सबसे बड़ी एयरलाइंस एयरोमैक्सिको से पांच गुना ज्यादा है। ये सभी विमान कार्टेल ने अमेरिका से खरीदे हैं। मैक्सिको में इजी मनी के फेर में बड़ी संख्या में युवा इन कार्टेल में शामिल होते हैं।
एके-47, एम-80 जैसी राइफलों का जखीरा, रॉकेट लॉन्चर भी
मैक्सिको गृह मंत्रालय की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार कार्टेल के पास एके-47 और एम-80 जैसे असॉल्ट राइफलों का जखीरा है। हर साल सुरक्षा एजेंसियों के द्वारा ड्रग कार्टेल के कब्जे से 20 हजार से ज्यादा असॉल्ट राइफलों की बरामदगी की जाती है। मैक्सिको सरकार कार्टेल से बरामद किए जाने वाले हथियारों को तबाह करती है। इनका फिर से इस्तेमाल नहीं किया जाता है। कार्टेल इन हथियारों को अमेरिकी माफिया से ड्रग्स की सप्लाई के बदले में करते हैं। 5 साल के दौरान कार्टेल ने रॉकेट लॉन्चर्स भी हासिल कर लिए हैं। इनका इस्तेमाल सरकारी टोही विमानों पर हमले के लिए करते हैं।
मैक्सिको के गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, गैंगवार के कारण देश में रोज औसतन 120 मर्डर होते हैं। कोरोना काल के दौरान ये संख्या 118 थी। यानी कोरोना काल के दौरान दुनिया भर में लॉकडाउन के बावजूद मैक्सिको में ड्रग्स के धंधे पर कोई लगाम नहीं थी।
खूनी खेल
बर्बरता: मर्डर का वीडियो बनाते हैं, शवों को चौराहों पर टांग देते हैं
कार्टेल के हथकंड़े खौफनाक होते हैं। तस्करी के साथ-साथ किडनैपिंग कर वसूली का खेल भी चलता है। फिरौती नहीं देने वालों को गोलियों से भून देते हैं। मर्डर का वीडियो बनाकर वायरल करते हैं। जिससे लोगों में दहशत का माहौल बने। कार्टेल विरोधियों के शवों को चौराहों पर टांग देते हैं। हाल ही में राजधानी मैक्सिको सिटी के मुख्य चौराहे पर गैगवार के बाद 11 शव टंगे पाए गए थे।
बुलेट प्रूफ टॉर्चर रूम : कार्टेल किडनैप किए लोगों और प्रतिद्वंद्वी कार्टेल के गुर्गों को टॉर्चर रूम यानी गेटो में रखते हैं। इन गेटो के खिड़की-दरवाजों को बुलेट प्रूफ लेयरिंग की जाती है। हर गेटो के बाहर 20 से 25 हथियारबंद गुर्गे हमेशा तैनात रहते हैं।
मैक्सिको के 32 प्रांतों में से 29 में कार्टेल का साम्राज्य
सिनालोआ : सबसे बड़ा कार्टेल, सरगना अल चापो अभी जेल में, दो बार फरार हो चुका। 50% ड्रग्स कारोबार पर कब्जा है।
गल्फ कार्टेल : सिनालोआ का सबसे धुर प्रतिद्वंद्वी कार्टेल है। मैक्सिको की खाड़ी वाले क्षेत्रों में कब्जा है। पानी के 50 जहाज बेड़े में।
लॉस जीटास : पुलिस और सेना के भगोड़ों द्वारा बनाया गया। मर्डर करने के बाद शवों पर जेड-40 का निशान बना देता है।
जुआरेज कार्टेल : अमेरिका से जुड़ी सीमा पर इसका कब्जा है। इसके पास सबसे शार्प शूटर स्पाइनरों की प्राइवेट आर्मी है।
जेलिस्को कार्टेल : 2010 में बना। लास जीटास कार्टेल के 35 लोगों का मर्डर कर शवों को राजधानी में फेंकने के बाद चर्चा में आया।
बर्तेन-लेव्लया : चार भाइयों ने बनाया था। चापो से गैंगवार के कारण दो भाई मारे गए। दा इंजीनियर इसका सरगना है।
अब चीन से आयातित केमिकल से सिंथेटिक ड्रग बना रहा कार्टेल
चीन से सिंथेटिक केमिकल इलेक्ट्रॉनिक सामान में छिपा कर मैक्सिको के विभिन्न बंदरगाहों पर पहुंचता है। यहां से केमिकल कारखानों में जाता है।
मैक्सिको का ड्रग कार्टेल सिंथेटिक ड्रग फेन्टेनिल बना रहा है। इस ड्रग को बनाने की कीमत हेरोइन, मारिजुआना या अफीम से बहुत कम होती है। इसे बनाने के लिए चीन से सिंथेटिक केमिकल का आयात किया जाता है। ड्रग कार्टेल के मैक्सिको के जंगलों में फेन्टेनिल को बनाने के लिए देसी कारखाने हैं। पाउडर में केमिकल को मिला कर इन्हें फेनटेनिल टेबलेट में तब्दील कर दिया जाता है। 2021 में फेन्टेनिल ओवरडोज से अमेरिका में दो लाख लोगों की मौत हो गई। फेन्टेनिल को दर्द निवारक के रूप में मेडिकल स्टोर्स में बेचा जाता है।