विदेश मंत्री एस जयशंकर संयुक्त राष्ट्र महासभा यानी UNGA की बैठक में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका में हैं। इस दौरान उन्होंने अफगानिस्तान से भारतीयों को निकाले जाने के ऑपरेशन देवी शक्ति की कुछ यादें साझा कीं।
जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संवेदनशीलता और काम के प्रति उनके समर्पण का जिक्र करते हुए एक किस्सा सुनाया। विदेश मंत्री ने बताया- आधी रात बीत चुकी थी, मेरे पास प्रधानमंत्री मोदी का फोन आया। उनका पहला सवाल था- जागे हो क्या। मैंने उन्हें बताया कि भारतीयों को पहुंच रही मदद रास्ते में है। इसके बाद प्रधानमंत्री ने मुझसे कहा था कि जब यह पहुंच जाए तो मुझे कॉल करना। जयशंकर बोले- उनका यही गुण दूसरों से उन्हें अलग करता है।
मोदी की किताब पर चर्चा कर रहे थे जयशंकर
न्यूयॉर्क में ‘मोदी @20 : ड्रीम्स मीट डीलिवरी’ किताब पर हो रहे विशेष कार्यक्रम में चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने ऑपरेशन देवी शक्ति का जिक्र किया। इस ऑपरेशन के तहत अफगानिस्तान से भारतीयों की देश वापसी हुई थी। 15 अगस्त को काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद कुछ भारतीय वहां फंस गए थे। इन्हें निकालने के लिए भारत सरकार लगातार कोशिश कर रही थी।
‘मोदी @20 : ड्रीम्स मीट डीलिवरी’ किताब पर चर्चा करने के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन इंडो अमेरिकन आर्ट्स काउंसिल ने किया था।
दिन-रात काम करते हैं पीएम मोदी- केंद्रीय कानून मंत्री
केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने दिल्ली विश्वविद्यालय के देशबंधु कॉलेज में आयोजित ‘मोदी@20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि पीएम मोदी देश के लोगों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए दिन रात काम करते हैं। देश के लाखों लोग उन पर भरोसा करते हैं क्योंकि प्रधानमंत्री जो कहते हैं उसे पूरा करके दिखाते हैं। यही उनका प्रयास रहता है।
मोदी@20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी में PM के 20 साल के कामों का जिक्र
मोदी@20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी पीएम मोदी पर लिखी गई किताब है। इसे देश की जानी-मानी हस्तियों ने लिखा है। इस किताब में 21 चेप्टर्स हैं। इस किताब की प्रस्तावना दिवंगत सिंगर लता मंगेशकर ने लिखी थी। किताब के पहले चैप्टर ‘मोदी निर्विवादित यूथ आइकॉन क्यों हैं’ में बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने पीएम मोदी के साथ अपने अनुभवों के बारे में लिखा है।