मालदीव के एनवॉयर्न मिनिस्टर यानी पर्यावरण मंत्री अली सोलिह पर सोमवार शाम एक कट्टरपंथी ने उस्तरे से हमला कर दिया। उस वक्त सोलिह स्कूटी पर तफरीह के लिए निकले थे। हमले में उनके गले और हाथ पर चोट आई है।
सोलेह की जान इसलिए बच सकी, क्योंकि उन्होंने दोनों हाथों से गला ढंक लिया था। इसके अलावा वो हमलावर की गिरफ्त से छूटकर फौरन भाग भी गए। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मालदीव में पिछले साल पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद पर भी हमला हुआ था। उनकी कार के पास एक बाइक पार्क करके उसमें बम लगाया गया था। हालांकि, उस हमले में नशीद बच गए थे।
स्कूटी पर घूमने निकले थे सोलिह
घटना सोमवार शाम की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उस वक्त अली जानबूझकर स्कूटी पर निकले थे। वो कहीं घूमने जा रहे थे। राजधानी माले के उत्तरी हिस्से में हुलहमाले नाम की एक जगह है। यहां करीब से एक बस गुजर रही थी। इसलिए सोलिह ने स्कूटी की रफ्तार कम कर दी।
इसी दौरान लंबी दाढ़ी वाला एक शख्स उनके करीब पहुंचा। उसके हाथ में उस्तरा था। वो सीधे अली पर झपटा और उस्तरे से वार करने लगा। अली ने दोनों हाथों से बचाव किया, फिर स्कूटी वहीं छोड़कर सड़क पर भाग गए। हमलावर ने उनका पीछा नहीं किया। सोलिह के गले और हाथ में चोट आई है।
हमलावर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे कोर्ट में पेश किया गया। यहां से उसे 15 दिन के फिजिकल रिमांड पर सुरक्षा एजेंसियों के हवाले कर दिया गया।
15 दिन की रिमांड पर आरोपी
मीडिया में अब तक आरोपी का नाम नहीं बताया गया है। हमले के बाद वो लोकल लैंग्वेज में पास खड़े लोगों से बहस करते भी दिखा। कुछ देर बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। शुरुआती पूछताछ के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। यहां से उसे 15 दिन के फिजिकल रिमांड पर सुरक्षा एजेंसियों के हवाले कर दिया गया।
सोलिह को सरकार के सबसे काबिल मंत्रियों में से एक माना जाता है। वो पर्यावरण राज्यमंत्री हैं। इसके अलावा क्लाइमेट चेंज और टेक्नोलॉजी जैसे अहम पोर्टफोलियो भी उनके पास हैं।
कौन हैं सोलिह
सोलिह को मालदीव सरकार के सबसे काबिल मंत्रियों में से एक माना जाता है। वो पर्यावरण राज्यमंत्री हैं। इसके अलावा क्लाइमेट चेंज और टेक्नोलॉजी जैसे अहम पोर्टफोलियो भी उनके पास हैं। वो जम्हूरी पार्टी के स्पोक्सपर्सन भी हैं। यह पार्टी सत्ताधारी गठबंधन में शामिल है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमलावर कुछ कट्टरपंथी नारे भी लगा रहा था।
मई 2021 में यहां के पूर्व प्रधानमंत्री मोहम्मद नशीद को भी जान से मारने की साजिश रची गई थी। तब उनके घर के बाहर खड़ी कार के बगल में एक बाइक पार्क की गई थी। इस बाइक में बम फिट था। हमले में नशीद बाल-बाल बच गए थे। इलाज के लिए उन्हें जर्मनी भेजा गया था। इंटेलिजेंस रिपोर्ट्स में मालदीव सरकार को कई बार आगाह किया गया था कि यहां कट्टरपंथ बढ़ रहा है।