कुरुक्षेत्र में अंबाला-शाहाबाद हाइवे से मिला विस्फोटक (IED) ड्रोन के जरिए पहुंचा था। विस्फोटक में करीब 1.30 किलो RDX, टाइमर, बैटरी, डेटोनेटर और इनवर्टर लगा था। इसमें 9 घंटे का टाइमर लगा था। इससे स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त से पहले धमाका किया जाना था। इसके तार पाकिस्तान और वहां बैठे खूंखार गैंगस्टर आतंकी हरविंदर रिंदा से जुड़ रहे हैं।
पकड़े गए आरोपी शमशेर सिंह से शुरूआती पूछताछ में पता चला कि उसे यह विस्फोटक शाहाबाद में रखने को कहा गया था। जून महीने में उसने इसे लिफाफे में जंगल की तरफ पेड़ के नीचे रखा था। वहां से किसी दूसरे ने इसे लेकर जाना था। इस पूरे काम में 4-5 लोग और शामिल हैं।
टेरर मॉड्यूल का हिस्सा शमशेर, फोटो-लोकेशन हैंडलर को भेजनी थी
पुलिस की शुरूआती जांच के मुताबिक पंजाब के तरनतारन का रहने वाला 25 साल का आरोपी शमशेर सिंह टेरर मॉड्यूल का हिस्सा है। उसने इस विस्फोटक, जगह की फोटो और लोकेशन विदेश में बैठे हैंडलर को भेजनी थी। फिर उनके दूसरे गुर्गे ने उसे आगे लेकर जाना था। इससे पहले ही पुलिस ने शमशेर को पकड़ लिया। उसकी निशानदेही पर विस्फोटक बरामद कर लिया गया।
हरियाणा पुलिस ने बम को डिफ्यूज किया।
शमशेर का मोबाइल खंगालेगी हरियाणा STF
विदेश में बैठे हैंडलर ने मोबाइल के जरिए ही शमशेर से यह काम कराया। पुलिस जांच में सामने आया कि इस काम के लिए शमशेर को रुपए और ड्रग्स ऑफर की गई थी। शमशेर का रोल यहां विस्फोटक रखने के बाद खत्म हो गया था। उसके मोबाइल से किसे कॉल आई और उसने किसे यहां से लोकेशन और बम रखे होने की फोटो भेजी, इसके लिए उसके मोबाइल की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है। पुलिस बम की भी फोरेंसिक जांच करा रही है कि वह कितना शक्तिशाली था।
पंजाब पुलिस से शमशेर का रिकॉर्ड मांगा
हरियाणा पुलिस ने इस मामले में पकड़े गए आतंकी समूह में शामिल शमशेर सिंह का रिकॉर्ड खंगालना शुरू किया है। इसके लिए पंजाब पुलिस से संपर्क कर उसके बारे में जानकारी इकट्ठा की जा रही है। उसके पुराने क्रिमिनल रिकॉर्ड, दर्ज केस के बारे में ब्यौरा इकट्ठा किया जा रहा है। पंजाब पुलिस भी अपने स्तर पर शमशेर का ब्यौरा खंगालने में जुटी है। पंजाब पुलिस को शक है कि उसने पंजाब में ड्रोन के जरिए आए बम को हरियाणा पहुंचाया। शमशेर पंजाब में एक दुकान चलाता है।