हरियाणा के जींद के सफीदों उपमंडल के गांव खेड़ा खेमावती में CIA टीम को देखकर जोहड़ में कूदे युवकों में से एक डूबने से हुई मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। देर रात को पुलिसकर्मियों ने ग्रामीणों द्वारा बंधक बनाए गए साथी पुलिस कर्मी को छुड़ा लिया। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस पर जमकर पत्थरबाजी भी की। शनिवार सुबह एक बार फिर से ग्रामीणों ने सफीदों-असंध मार्ग पर जाम लगा दिया।
FIR कॉपी हाथ में आने के बाद हटेंगे
डीएसपी रवि पुलिसबल के साथ ग्रामीणों को समझाने में लगे हैं। वहीं मृतक के परिजन और ग्रामीण सीआईए स्टाफ कर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार करने तथा पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग पर अड़े हैं। फिलहाल गांव में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। ग्रामीणों व परिजनों ने साफ किया कि जब तक आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस नहीं दर्ज कर लिया जाता तब तक वे मानने वाले नही हैं। जब तक उनके हाथ में एफआईआर की कॉपी नहीं आएगी तब तक वे शांत नहीं बैठेंगे।
जींद-सफीदों रोड पर जाम लगाए महिलाएं।
ये है मामला
सफीदों CIA स्टाफ की टीम शुक्रवार को गांव खेड़ा खेमावती में कुछ युवकों के जुआ खेलने की सूचना पर मौके पर पहुंची थी। पुलिस पार्टी को देख सट्टा खाईवाल करने वाले 4 युवक नजदीक के तालाब (जोहड़) में कूद गए। 3 युवक सुरक्षित निकल गए, जबकि एक गोबिंद की डूबने से मौत हो गई। हालात बिगडते देख पुलिसकर्मी वहां से खिसक गए, लेकिन चालक सिपाही सुरेंद्र को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया।
ग्रामीणों को जब गोबिंद की मौत की सूचना मिली तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। काफी संख्या में ग्रामीण जींद-सफीदों मार्ग पर एकत्रित हो गए। देर रात को पुलिस बंधक बनाए गए पुलिसकर्मी को गांव से निकाल ले गए। इस दौरान ग्रामीणों ने पत्थरबाजी भी की। शनिवार को ग्रामीणों ने एक बार फिर से जाम लगा दिया है।