इजिप्ट (मिस्र) की एक अदालत ने सरकार से कहा है कि गर्ल स्टूडेंट नायरा अशरफ के कातिल की फांसी का लाइव टेलिकास्ट किया जाए। अदालत ने कहा- मासूम लड़कियों को खिलौना समझने वाले लोगों की सजा मिसाल बननी चाहिए। इस तरह की सोच रखने वालों की रूह कांपनी चाहिए।
नायरा अशरफ 21 साल की यूनिवर्सिटी स्टूडेंट थीं। 20 जून को काहिरा से कुछ दूर उनकी चाकू से हत्या की गई थी। दोषी का नाम मोहम्मद अदल है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। कोर्ट ने उसे सजा-ए-मौत सुनाई है। अदल यूनिवर्सिटी में नायरा का सीनियर था।
इस घटना के ठीक 3 दिन बाद यानी 23 जून को जॉर्डन में इसी उम्र की इमान राशिद का कत्ल किया गया था। उसका हत्यारा क्लासमेट था। पुलिस जब कातिल को गिरफ्तार करने पहुंची तो उसने गोली मारकर खुदकुशी कर ली।
पुलिस की गिरफ्त में नायरा का कातिल मोहम्मद अदल।
नायरा का मामला एक नजर में
नायरा का कत्ल राजधानी काहिरा से 80 किलोमीटर दूर मनशूरा में किया गया था। कातिल को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। पिछले महीने अदालत में सुनवाई हुई। मोहम्मद अदल ने जुर्म कबूल कर लिया। उसने कहा- नायरा से शादी करना चाहता था। उसने ऑफर ठुकरा दिया। गुस्से में मैंने उसका कत्ल कर दिया। दो दिन चली सुनवाई के बाद अदालत ने फैसला दिया- अदल को सजा-ए-मौत दी जाए।
खास बात ये है कि नायरा के कत्ल का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। कातिल के कहने पर उसके एक दोस्त ने ही इसे शूट किया था। बाद में तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से यह कंटेंट यानी वीडियो हटा दिया गया।
जॉर्डन में महिलाओं ने इमान राशिद के कत्ल के बाद विरोध प्रदर्शन भी किया था।
अदालत की सरकार से अपील
मनशूरा के जिस क्रिमिनल कोर्ट ने अदल को फांसी का हुक्म दिया, उसने रविवार को सरकार से एक बेहद अहम मांग भी की। अदालत ने कहा- हम चाहते हैं कि नायरा के हत्यारे की सजा-ए-मौत का सरकारी और निजी टीवी चैनल लाइव टेलिकास्ट करें। सरकार कानून में बदलाव करे। इससे फायदा ये होगा कि दिमागी रूप से बीमार और आपराधिक मानसिकता वाले दूसरे लोगों को सबक मिलेगा। सजा को लाइव देखकर उनकी रूह कांप जाएगी। हमने सरकार को इस बारे में एक लेटर भी लिखा है।
अदालत की यह मांग सरकार मान भी सकती है। 1998 में काहिरा में एक महिला और उसके दो बच्चों की तीन लोगों ने हत्या कर दी थी। इन सभी को फांसी दी गई थी। इस सजा का टीवी पर लाइव टेलिकास्ट किया गया था।
इजिप्ट में महिला अपराध
2020 : 415 केस
2021 : 813 मामले
2022 : 335 (अप्रैल तक)
इमान की हत्या जॉर्डन की राजधानी अम्मान के कॉलेज कैम्पस में 23 जून को की गई थी।
इमान राशिद का मामला
नायरा की तरह इमान राशिद भी यूनिवर्सिटी स्टूडेंट थीं। दोनों की उम्र भी 21 साल थी। फर्क ये था कि नायरा जहां मिस्र की नागरिक थीं, वहीं राशिद जॉर्डन की। नायरा के कत्ल के ठीक 3 दिन बाद इमान की यूनिवर्सिटी कैम्पस में उनके क्लासमेट ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद सिर्फ जॉर्डन ही नहीं, बल्कि पूरे मिडिल ईस्ट में बवाल हो गया।
राशिद का हत्यारा पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब हो गया था। उसे कुछ दिन बाद दूर-दराज के एक मकान में घेर लिया गया। गिरफ्तार होने के डर से उसने गोली मारकर खुदकुशी कर ली।