अमेरिका में 6 जनवरी 2021 को कैपिटल हिल (अमेरिकी संसद) पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थकों के हमले को लेकर आज 8वीं सुनवाई हुई। मामले की सुनवाई कर रही अमेरिकी कांग्रेस कमेटी ने हिंसा के लिए पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को जिम्मेदार माना है।
समिति के चेयरमैन बेनी थॉम्पसन ने कहा- ट्रम्प एक्शन लेने में विफल नहीं रहे, बल्कि उन्होंने ने हिंसा के दौरान कार्रवाई नहीं करने का फैसला किया। उन्होंने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को पलटने के लिए अराजकता और भ्रष्टाचार का रास्ता चुना। उन्होंने झूठ बोला और अपने पद का गलत इस्तेमाल किया। उन्होंने हमारे लोकतांत्रिक संस्थानों को तबाह करने की कोशिश की।
8वीं सुनवाई में किसने गवाही दी
ट्रंप के सहयोगी तत्कालीन डेप्युटी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर मैथ्यू पोटिंगर और डेप्युटी प्रेस सेक्रेटरी सारा मैथ्यूज ने उनके खिलाफ गवाही दी। दोनों ने हिंसा के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। पोटिंगर और मैथ्यूज के अलावा कई और लोगों की गवाही हुई। तत्कालीन ट्रम्प सरकार के प्रमुख अफसरों की गवाही के वीडियो भी पेश किए गए।
समिति के सदस्य एडम किजिंगर ने कहा कि 6 जनवरी, 2021 को पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प ने जो किया वो हमारे इतिहास पर दाग है।
जांच समिति की प्रमुख बातें
कैपिटल हिल दंगे में कम से कम 138 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। जवाबी फायरिंग में 5 से ज्यादा उपद्रवियों की मौत हुई थी।
काफी किरकिरी होने के बाद 20 जनवरी 2021 को डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था।
ट्रम्प की पत्नी मेलानिया ट्रम्प ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि कैपिटल हिल में हुई हिंसा के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी।
व्हाइट हाउस 3 धड़ों में बट गया था
पिछली सुनवाई में बताया गया था कि एक ग्रुप ट्रम्प से हिंसा रोकने के लिए कह रहा था। इस ग्रुप में उनकी बेटी इवांका ट्रम्प शामिल थीं। दूसरे ग्रुप में ट्रम्प के कुछ एडवाइजर थे। वो मामले को लेकर न्यूट्रल थे। वो जानते थे कि एक्शन लिया जाना चाहिए, लेकिन ट्रम्प तुरंत कार्रवाई नहीं करेंगे। तीसरा ग्रुप डिफ्लेक्टिंग-ब्लेम कैटेगरी का था। इसमें वाइट हाउस के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज शामिल थे। इस ग्रुप का कहना था कि जो हिंसा कर रहे थे वो ट्रम्प समर्थक नहीं थे।