सूरजकुंड की वादियों में चल रही सत्ता और संगठन की पाठशाला का रविवार को समापन हो गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं को पार्टी के सिद्धांताें और नीतियों के प्रचार प्रसार के तौर तरीके बताने के साथ साथ मिशन 2024 के लक्ष्य को पाने और आगे के 25 साल का विजन बनाकर कार्य करने पर कार्यकर्ताओं को कई टिप्स दिए। शनिवार को कुल तीन सत्रों का आयोजन हुआ। पहले सत्र में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने हमारा रक्षा सामर्थ्य विषय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किए जबकि दूसरे सत्र में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं हरियाणा के प्रभारी विनोद तावड़े ने चुनाव जीतने के टिप्स दिए। अंतिम सत्र में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष को आना था लेकिन किसी कारणवश वह प्रशिक्षण मंे शामिल नहीं हो पाए। उनके स्थान पर केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण एवं उद्योग मंत्री नरेंद्र तोमर ने राष्ट्रीय पुर्ननिर्माण में भाजपा को योगदान विषय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। दोपहर तीन बजे के बाद प्रदेशभर से आए सभी सांसद, विधायक व पार्टी पदाधिकारी प्रशिक्षण से विदा हो गए।
कार्यकर्ता आगे 25 साल के विजन को रखें ध्यान में
बूथ सशक्तिकरण विषय पर पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने के लिए कई टिप्स दिए। उन्होंने कहा किसभी को अपने अपने बूथ पर जाकर काम करें। हर एक कार्यकर्ता को आगे के 25 साल के विजन को ध्यान में रखते हुए कार्य करना होगा। ताकि जब हम आजादी का शताब्दी वर्ष मनाएं ताे यह देखें कि हमारा देश आज कहां तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता अपनी बूथ पर विपक्ष के मजबूत पक्ष को तलाशें और उस पर कार्य करें। केंद्र एवं राज्य सरकार की नीतियों और योजनाओं को हर घर तक पहुंचाएं। विपक्षी को कोई मौका न दें। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी नेतृत्व ने प्रत्येक लोकसभा में 100 बूथ निर्धारित किए हैं, ये वे बूथ हैं जिन पर हम हारे हैं या बहुत कम वोट प्राप्त किये हैं। इन बूथों पर पिछले दो साल में क्या परिस्थिति बनीं है, सामाजिक, राजनीतिक क्या घटनाएं हुई हैं यह देखना हमारी जिम्मेदारी है। उस कमी तो तलाशें और उसे मजबूत करने का कार्य करें। क्योंकि लहरें आती जाती हैं। लहरों में चुनाव जीतना आसान होता है लेकिन सही मायने में जीत वह है जो लहर के बजाय कार्य के आधार पर अपनी जीत दर्ज करा सकें।
18 प्लस युवाओं का वोट बनवाकर उन्हें अपने साथ जोड़ें
राष्ट्रीय महामंत्री ने कार्यकर्ताओं को सुझाव दिया कि वह अपने अपने बूथ लेवल पर 18 वर्ष पूरा कर चुके युवाओं को चिन्हित करें। उनका वोट बनवाएं और उन्हें अपनी पार्टी की नीतियों, सिद्धांतों और योजनाओं की पूरी जानकारी देकर उन्हंे अपने साथ जोड़ें। विनोद तावड़े ने कार्यकर्ताओं को अधिक से अधिक पन्ना समिति, पन्ना प्रमुख, बूथ समिति और बूथ प्रमुख बनाने पर जोर दिया। कोई भी जनप्रतिनिधि यह न सोचे कि उनका पद स्थायी है। जनप्रतिनिधि स्थायी नहीं बल्कि कार्यकर्ता स्थायी होता है। इस बात को ध्यान में रखकर कार्य करना होगा।
प्रशिक्षण के समापन समारोह को संबोधित करते केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर
8 वर्षों में भारत सामरिक दृष्टि से हुआ मजबूत
प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि आठ वर्षों में भारत सामरिक दृष्टि से मजबूत हुआ है। पहले की सरकारें चीन से घबराती थी। हमारी सरकार चीन को केंद्र में रखकर सीमाओं की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए हैं। आज भारत जमीन, आसमान और धरातल से भी अपने दुश्मनों पर हमला करने में सक्षम हुआ है। लड़ाकू ड्रोन बनाने में भारत दुनिया का दूसरा देश बन गया है। केंद्र सरकार सामरिक महत्व के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है।
कांग्रेस में टूट का कारण परिवारवाद
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि जिस तरह जूठें वर्तन को माजना जरूरी होता है उसी तरह कार्यकर्ताओं को भी प्रशिक्षण देना जरूरी है। यह व्यवस्था सिर्फ भाजपा में है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी में टूट का कारण परिवारवाद है। बीजेपी संगठनात्मक पार्टी है। इस पार्टी का मुख्य उदेश्य राष्ट्र को मजबूत और सशक्त बनाना तथा आमजन के जीवन में बदलाव लाना। इसी सोच के साथ सभी कार्यकर्ताओं को कार्य करना चाहिए। इस मौके पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश खनखड़, केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा, अनिल विज, कुंवरपाल, कमलेश ढांडा, जेपी दलाल, पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यू, मनीष ग्रोवर आदि माैजूद रहे।