नेशनल हेराल्ड केस में ED के सवालों का जवाब देने दूसरे दिन राहुल गांधी कार से जांच एजेंसी के ऑफिस पहुंचे। उनके साथ प्रियंका गांधी भी थीं। राहुल को छोड़ने के बाद प्रियंका वहां से चली गईं। उनके साथ पैदल मार्च करके जा रहे कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला को घसीटकर पुलिस ने वैन में बैठा लिया। मार्च में शामिल अन्य नेताओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। सुरजेवाला ने आरोप लगाया है कि प्रदर्शन के दौरान पी चिदंबरम को पसली में चोट आई है।
यह फोटो कांग्रेस कार्यालय के पास की हैं। जहां से पैदल मार्च करके जा रहे नेताओं को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया।
CM बघेल की पुलिस से झड़प
कांग्रेस कार्यालय के पास लगे बैरिकेड पर रोके जाने पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दिल्ली पुलिस से झड़प हो गई। उन्होंने पुलिस से कहा- आप एक मुख्यमंत्री को नहीं रोक सकते हैं। लेकिन, पुलिस ने उन्हें नहीं जाने दिया। इससे पहले राहुल अपने घर से प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे। जहां कांग्रेस के तमाम नेताओं ने ओपन एरिया में बातचीत की। यहां से रणनीति तैयार होने के बाद राहुल ED दफ्तर के लिए रवाना हुए।
ये नेता हिरासत में
रणदीप सिंह सुरजेवाला, हरीश रावत, केसी वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, रंजीत रंजन, इमरान प्रतापगढ़ी समेत कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने अकबर रोड से हिरासत में ले लिया है। इन्हें तुगलक रोड थाने ले जाया जा रहा है। सोमवार को करीब एक हजार कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया था, जिन्हें देर रात छोड़ दिया गया था।
सरकार संपत्ति बेच रही, विरोध करने वालों की आवाज दबा रही: सुरजेवाला
कांग्रेस कार्यालय में बैठक को संबोधित करते हुए रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा- सरकार 70 साल में बनाई गईं संपत्तियों को बेच रही है। इसके विरोध में उठने वाली राहुल गांधी की आवाज को दबाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। कांग्रेस डरने वाली नहीं है।
कल ED अफसरों से कहा था- रात में यहीं रोकने का इरादा है क्या?
जांच एजेंसी ने सोमवार को राहुल गांधी से करीब 9 घंटे पूछताछ की थी। राहुल ने देर रात तक हो रही पूछताछ के दौरान ED के अफसर से कहा कि ‘क्या रात को यहीं रोकने का इरादा है। यदि ऐसा है, तो मैं डिनर के बाद आऊं।’
सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान एजेंसी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं दिखी। उनसे कुछ पेपर्स भी मांगे गए हैं। राहुल कई बार एजेंसी के सवाल का जवाब देने से बचते नजर आए। इसके चलते उन्हें मंगलवार को दोबारा बुलाया गया है।
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सुबह करीब 3 घंटे पूछताछ हुई थी
इससे पहले सोमवार सुबह ED ने राहुल से करीब 3 घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद दोपहर करीब तीन बजे लंच ब्रेक हुआ। ED ने उन्हें लंच के लिए पूछा, लेकिन राहुल ने मना कर दिया। इसके बाद वे प्रियंका गांधी के साथ सीधे सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे। करीब 40 मिनट बाद राहुल वापस ED के दफ्तर लौटे। इसके बाद उनसे दोबारा पूछताछ शुरू हुई।
इधर, पार्टी प्रवक्ता और सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि पूर्व गृह मंत्री, पी.चिदंबरम के साथ पुलिस की धक्कामुक्की हुई, चश्मा जमीन पर फेंका, उनकी बाईं पसलियों में हेयरलाइन फ्रैक्चर है। सांसद प्रमोद तिवारी को सड़क पर फेंका गया। सिर में चोट और पसली में फ्रैक्चर है। क्या यह प्रजातंत्र है?
हिरासत में लिए गए नेताओं से मिलने पहुंचीं प्रियंका
पुलिस ने सोमवार को राहुल गांधी के साथ ED ऑफिस जा रहे नेताओं को हिरासत में ले लिया था। इनमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला समेत कई नेता शामिल हैं। प्रियंका गांधी ने तुगलक रोड पुलिस स्टेशन पहुंचकर इन नेताओं से मुलाकात की थी।
सोमवार को प्रियंका गांधी के साथ तुगलक रोड थाने पहुंचे सांसद अधीर रंजन चौधरी ने पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया। उन्होंने SHO को शिकायती पत्र भी दिया।
राहुल को घर से ED ऑफिस पहुंचने में 45 मिनट लगे
कांग्रेस मुख्यालय से ED ऑफिस तक का रास्ता सील रहा
कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय से ED ऑफिस तक का रास्ता सील कर दिया था। ED दफ्तर के पास थ्री-लेयर सुरक्षा घेरा है। पहले घेरे के पास ही पुलिस ने कांग्रेस का मार्च रोक लिया था। यहां कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक भी हुई। इससे पहले सोमवार सुबह राहुल गांधी से जांच के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय से हिरासत में ले लिया था।
सोमवार को लंच ब्रेक में ED दफ्तर से निकलकर अपनी मां सोनिया गांधी से मिलने जाते राहुल।
ED ने सोनिया को भी बुलाया
ED ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को 23 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है। इससे पहले 8 जून को पूछताछ के लिए समन किया था, लेकिन 1 जून को वे कोरोना पॉजटिव हो गई थीं। इसी वजह से वे पेश नहीं हो पाईं। वहीं, रविवार को कोरोना के चलते सोनिया की तबीयत बिगड़ गई। दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
सोमवार को हुए प्रदर्शन में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और मल्लिकार्जुन खड़गे भी राहुल गांधी के समर्थन में सड़क पर नजर आए।
केस को ऐसे समझिए
1938 में कांग्रेस पार्टी ने एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (AJL) बनाई थी। इसी के तहत नेशनल हेराल्ड अखबार निकाला जाता था। 26 फरवरी 2011 को AJL पर 90 करोड़ से ज्यादा का कर्ज था और इसी को खत्म करने के लिए एक और कंपनी बनाई गई। जिसका नाम था यंग इंडिया लिमिटेड। इसमें राहुल और सोनिया की हिस्सेदारी 38-38% थी।
यंग इंडिया को AJL के 9 करोड़ शेयर दिए गए। कहा गया कि इसके एवज में यंग इंडिया AJL की देनदारियां चुकाएगी, लेकिन शेयर की हिस्सेदारी ज्यादा होने की वजह से यंग इंडिया को मालिकाना हक मिला। AJL की देनदारियां चुकाने के लिए कांग्रेस ने जो 90 करोड़ का लोन दिया था, वह भी बाद में माफ कर दिया गया।
राहुल गांधी पर ED की कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने प्रदर्शन किया।
55 करोड़ की हेराफेरी का है आरोप
2012 में सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया और राहुल के खिलाफ कोर्ट में केस दर्ज कराया था। इसमें स्वामी ने गांधी परिवार पर 55 करोड़ की गड़बड़ी का आरोप लगाया था। हालांकि, इस केस में ED की एंट्री साल 2015 में हुई।
केस में अब तक क्या-क्या हुआ