चीन ने थियानमेन की निशानी हटाई:जहां हजारों लोगों पर गोलियां बरसाई थीं, वहां से लोकतंत्र की प्रतिमा भी हटाई,
June 4, 2022
निरहुआ आजमगढ़ से और घनश्याम लोधी रामपुर से होंगे भाजपा कैंडिडेट, अखिलेश-आजम के इस्तीफे से खाली हुई है सीट
June 4, 2022

लाहौर के चिल्ड्रन हॉस्पिटल में भीषण आग:लाखों रुपए की दवाएं जलकर राख, 5 दिन पहले ही कराची में लगी थी जानलेवा आग

पांच दिन में पाकिस्तान के दो बड़े शहर लाहौर और कराची में आग लगने की बड़ी घटनाएं सामने आई हैं। इनमें से लाहौर के गुलबर्ग स्थित चिल्ड्रन हॉस्पिटल में तो आज ही आग लगी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हॉस्पिटल की तीसरी मंजिल पर फार्मेसी गोदाम में आग की वजह से लाखों रुपए की दवाएं जलकर राख हो गईं। अभी तक आग लगने की वजह पता नहीं चल सकी है।

इस घटना में अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान अस्पताल की इमारत को खाली करा लिया गया है। फायर रेस्क्यू डिपार्टमेंट की 7 गाड़ियां आग पर काबू पाने में लगी हैं। मौके पर रेस्क्यू टीम के 40 से ज्यादा मेंबर तैनात किए गए हैं। इसके अलावा फायर रेस्क्यू के लिए शहर से अतिरिक्त टीमों को भी बुलाया गया है।

अभी तक चिल्ड्रन हॉस्पिटल में आग लगने की वजह पता नहीं चल सकी है।

अभी तक चिल्ड्रन हॉस्पिटल में आग लगने की वजह पता नहीं चल सकी है।

बुधवार को कराची में आग से एक की जान गई थी
इससे पहले बुधवार को कराची में जेल चौरंगी के पास एक डिपार्टमेंटल स्टोर के बेसमेंट में आग लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन अन्य बेहोश हो गए। तब फिरोजाबाद के SHO अरशद जंजुआ ने बताया था कि मृतक स्टोर का कर्मचारी था।

यह आग इतनी भयानक थी कि फायर टीम को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। यहां तक कि रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक फायर कर्मी भी बेहोश हो गया था। जंजुआ ने बताया कि पहले पहल तो आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया था, लेकिन शाम होते होते आग एक बार फिर भड़क गई थी।

बुधवार को कराची में एक डिपार्टमेंटल स्टोर के बेसमेंट में आग लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।

बुधवार को कराची में एक डिपार्टमेंटल स्टोर के बेसमेंट में आग लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।

खत्म होने की कगार पर है पाकिस्तान का फॉरेन रिजर्व
फिलहाल पाकिस्तानी सरकार को एक साथ कई मोर्चों पर दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। देश का फॉरेन रिजर्व लगभग खत्म होने की कगार पर पहुंच चुका है। 27 मई को देश फॉरेन रिजर्व में महज 9.72 अरब डॉलर ही रह गए। इससे भी बड़ी दिक्कत यह है कि इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड, यानी IMF ने अब तक कर्ज की तीसरी किश्त को हरी झंडी नहीं दी है।

दूसरी तरफ पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान सरकार के लिए मुसीबत का सबब बने हुए हैं। इमरान अपने समर्थकों के साथ लगातार सरकार की घेराबंदी कर रहे हैं। वो कुछ वक्त पहले ही शाहबाज सरकार को आंदोलन का अल्टीमेटम देकर इस्लामाबाद से लौटे हैं। इमरान चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द चुनाव की तारीखों का ऐलान करे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Updates COVID-19 CASES