रूस-यूक्रेन के बीच जंग जारी है 93 दिनों से चल रही लड़ाई का कोई अंतिम परिणाम अभी दिखाई नहीं दे रहा है। इस बीच रूसी सैनिकों ने पूर्वी डोनबास पर कब्जा करने के लिए हमले तेज कर दिए हैं। यहां 40 शहरों पर हमले किए गए।
इधर दो हफ्ते की शांति के बाद गुरुवार को रूस ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े उत्तरपूर्वी शहर खार्किव में गोलाबारी की, जिसमें 8 लोगों की मौत हो गई और 17 लोग घायल हो गए। मरने वालों में 5 महीने का बच्चा और उसके पिता थे, जो हमले के समय सड़क पर चल रहे थे, बच्चे की मां बुरी तरह जख्मी हो गई। ये जानकारी यूक्रेन पुलिस के प्रमुख ने फेसबुक पर दी।
आसपास के क्षेत्रों पर भी असर
क्षेत्र के गवर्नर ओलेह सिनेहुबोव ने बताया कि रॉकेट चालित ग्रेनेड लांचर और तोपखाने से आग की चपेट में आने से कई पास के क्षेत्रों में भी असर हुआ है। खार्किव के पास दरगाछी शहर में एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया।
यूक्रेन-रूस जंग के हालात की कुछ ताजा फोटोज…
खार्किव मेट्रो स्टेशन की एक कर्मचारी मेट्रो की सीढ़ियों से खून साफ कर रही है।
गुरूवार को हुए हमले में डैमेज हुई गाड़ी की जांच करते पुलिसकर्मी।
गोलीबारी में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाते लोग।
हमले के बाद खार्किव शहर की तस्वीर।
रूस को स्थिति सुधारने में दशकों लगेंगे
फिनलैंड प्रधानमंत्री सना मारिन ने गुरुवार को कीव की यात्रा के दौरान कहा कि यूक्रेन पर हमला करने के बाद रूस को दुनिया में अपनी स्थिति सुधारने में दशकों लगेंगे। मारिन ने रूस-यूक्रेन युद्ध को यूरोप के लिए एक “टर्निंग पॉइंट” बताया है। मारिन ने आगे कहा कि रूस ने आने वाली पीढ़ीयों के लिए भी भरोसा खो दिया है।
उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की और यूक्रेन की संसद के अध्यक्ष रुस्लान स्टेफ़ानचुक से भी मुलाकात की। मुलाकात के बाद एक बयान में कहा- “रूस के आक्रमण का सामना करने के लिए यूरोपीय संघ को एकजुट, साहसी और दृढ़ होना जरूरी था।”
फिनिश प्रधानमंत्री सना मारिन ने कहा रूस को अपनी दुनिया में स्थिति सुधारने के लिए समय लगेगा।
यूक्रेन को लड़ाई रोकने के लिए कुछ जमीन दे देनी चाहिए
अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में कहा कि यूक्रेन को युद्ध रोकने के लिए कुछ जमीन दे देनी चाहिए, क्योंकि जितना युद्ध में बढ़ेगा वो उतना फंसता जाएगा। जिसका कड़े शब्दों में जवाब देते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने कहा रूस को जो करना है करले यूक्रेन अपनी जमीन नहीं देने वाला है।
जेलेंस्की ने 1938 के अपीसमेंट एग्रीमेंट से याद दिलाते हुए कहा कि युद्ध से बचने के लिए ब्रिटेन ने हिटलर को जमीन में बढ़ने की इजाजत दी थी, जिसे एक बहुत कमजोर फैसला माना जाता है।
किसिंजर ने कहा कि यूक्रेन को रूस से बात करनी चाहिए, क्योंकि एक समय पर जब तनाव ज्यादा बढ़ जाएगा तब ये संभव नहीं होगा। इससे यूक्रेन ही कमजोर होगा। अपने हित को देखते हुए यूक्रेन को कुछ जमीन दे देनी चाहिए।
अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर ने कहा यूक्रेन को रूस को थोड़ी जमीन दे देनी चाहिए।
दुनिया पर क्रूर शक्ति का राज होगा
‘हिस्ट्री एट ए टर्निंग प्वॉइंट’ समिट में राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने अपनी स्पीच में कहा था कि अगर दुनिया ने रूस का जवाब नहीं दिया तो एक बार फिर दुनिया में क्रूर शक्ति का राज होगा। अगर रूस युद्ध जीता तो ये समिट बेकार हो जाएगी।