हरियाणा के पानीपत जिले के गांव गढ़ सरनाई में सोमवार तड़के आया तूफान एक परिवार पर बड़ा कहर ढहा गया। अलसुबह 4 बजे जब तूफान आया तो एक तीन मंजिला निर्माणाधीन मकान की तीसरी मंजिल की दीवार ढह गई और मलबा नीचे बनी एक झुग्गी झोपड़ी पर आ गिरा।
झुग्गी में एक परिवार सो रहा था। ईंटों के नीचे दो मासूम बच्चे व उनका पिता दब गए, जिससे चीख-पुकार मच गई। आनन-फानन में पड़ोसी झुग्गी झोपड़ी वालों ने राहत कार्य शुरू किया। कड़ी मशक्कत के बाद तीनों के ऊपर से ईंटें हटाई गईं। तीनों को मलबे के नीचे से बाहर निकाला गया।
परिजनों ने एंबुलेंस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके एंबुलेंस को मौके पर बुलाया। तीनों घायलों को सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने चैकअप के दौरान पिता को मृत घोषित कर दिया व दोनों बच्चों के सिर में गंभीर चोट आने की वजह उन्हें रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया।
दिहाड़ी मजदूरी करता था राकेश
मिली जानकारी के अनुसार, राकेश (30) अपने दोनों बेटे सोरिश ( 2 ) व लक्ष्य ( 5 ) और पत्नी के साथ अपनी झुग्गी झोपड़ी में सो रहा था। अचानक आए तूफान से झुग्गी के साथ वाले निर्माणाधीन मकान की तीसरी मंजिल से एकाएक ईंटें नीचे गिर गईं और वे तीनों उसके नीचे दब गए। राकेश दिहाड़ी मजदूरी करता था।