हरियाणा के गुरुग्राम में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 2 शार्प शूटर अपराध शाखा सेक्टर-31 की टीम के हत्थे चढ़े है। दोनों से कई हथियार भी बरामद किए गए है। पकड़े गए शूटर गुरुग्राम में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने पहुंचे थे, लेकिन इससे पहले ही पुलिस की गिरफ्त में आ गए। दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है।
गुरुग्राम पुलिस के ACP क्राइम प्रीतपाल ने बताया कि अपराध शाखा सेक्टर-31 के इंचार्ज इंस्पेक्टर आनंद की टीम ने राजस्थान जिले के गंगानगर निवासी जसप्रीत उर्फ अमन उर्फ अम्मू और रोबिन सोनी उर्फ रिंकू को गुरुग्राम के सेक्टर-40 व सदर थाना एरिया से गिरफ्तार किया है। दोनों के कब्जे से कई हथियार बरामद किए गए हैं। दोनों बदमाश लॉरेंस बिश्नोई के शार्प शूटर है और उसकी के इशारे पर गुरुग्राम में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए पहुंचे थे।
पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि दोनों बदमाशों के खिलाफ 4 संगीन मामले दर्ज है। इसमें हत्या का प्रयास, फिरौती और अन्य मामले दर्ज है। गुरुग्राम पुलिस ने दोनों बदमाशों की गिरफ्तारी की सूचना गंगानगर पुलिस को भिजवाई है। पुलिस का कहना है कि बदमाशों पर अन्य राज्यों में भी कई मामले दर्ज हो सकते है। इसका खुलासा रिमांड के दौरान होने वाली पूछताछ में ही हो पाएगा। फिलहाल पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है।
गुरुग्राम में लॉरेंस पसार रहा पैर
बता दें कि पंजाब की सरजमीं से उठकर राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और उत्तरप्रदेश तक अपराध का जाल बिछा चुका कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल एनसीआर के सबसे बड़े जिले गुरुग्राम में अपनी धाक जमाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहा है। इसलिए लिए लॉरेंस ने बकायदा गुरुग्राम और दिल्ली के कई नामी गैंगस्टरों के साथ गठजोड़ भी किया है। पिछले कुछ माह के दौरान गुरुग्राम में हुई कई बड़ी वारदातों में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का ही नाम सामने आया है। अभी हाल में पटौदी के खोड़ में दो सगे भाई शराब ठेकेदारों की हत्या और पटौदी नगर पालिका के चेयरमैन के घर फायरिंग की वारदात में भी लॉरेंस की भूमिका ही सामने आई थी। गुरुग्राम पुलिस अब लॉरेंस बिश्नोई के नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुटी है।