प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी यूरोप यात्रा के दूसरे दिन यानी आज डेनमार्क पहुंचे। कोपेनहेगन एयरपोर्ट पर PM मेटे फ्रेडरिकसन ने उनका स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी पीएम फ्रेडरिकसन के आवास पहुंचे। PM मोदी ने प्रधानमंत्री फ्रेडरिकसन के साथ ग्रीन स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप और द्विपक्षीय संबंध जैसे मुद्दों पर डेलिगेशन लेवल की मीटिंग की।
इस बैठक में दोनों देशों के ग्रीन स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप में हुए विकास का रिव्यू किया। दोनों नेताओं ने स्किल डेवलपमेंट, क्लाइमेट, रिनुएबल एनर्जी, आर्कटिक, P2P संबंध जैसे मुद्दों पर बातचीत की।
इसके बाद जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन जंग को रोके जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि डेनिश पीएम के साथ बैठक में उन्होंने इस युद्ध के मसले पर भी चर्चा की और दोनों देशों का यही मानना है कि रूस और यूक्रेन को बातचीत और कूटनीति के जरिए समस्या का समाधान करना चाहिए।
‘दोनों देश कई मूल्यों को साझा करते हैं’
पीएम मोदी ने कहा- ‘हमारे दोनों देश लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, और कानून के शासन जैसे मूल्यों को तो साझा करते ही हैं, साथ में हम दोनों की कई दूसरी ताकतें भी हैं। अक्टूबर 2020 में भारत-डेनमार्क वर्चुअल समिट के दौरान हमने अपने संबंधों को ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया था। हमारी आज की चर्चा के दौरान हमने अपने ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप के ज्वाइंट प्लांन पर बात की।’
उन्होंने आगे कहा- ‘200 से अधिक डेनिश कंपनियां भारत में कई क्षेत्रों में काम कर रही हैं। जैसे- पवन ऊर्जा, शिपिंग, कंसल्टेंसी, फूड प्रोसेसिंग, इंजीनियरिंग आदि। इन्हें भारत में बढ़ते ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ और हमारे व्यापक आर्थिक सुधारों का लाभ मिल रहा है।’
‘डेनिश कंपनियों के लिए भारत में निवेश के बहुत अवसर’
पीएम मोदी बोले- ‘भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर और ग्रीन इंडस्ट्रीज में डेनिश कम्पनीज और डेनिश पेंशन फंड्स के लिए निवेश के बहुत अवसर हैं। हमने एक फ्री, ओपन, इंक्लूसिव और नियमों से चलने वाले इंडो-पसिफिक क्षेत्र को सुनिश्चित करने पर जोर दिया।’
मोदी ने कहा कि- ‘हमने यूक्रेन में तत्काल युद्धविराम और समस्या के समाधान के लिए बातचीत और कूटनीति का रास्ता अपनाने की अपील की। आज हमने भारत-यूरोप के रिश्तों, इंडो-पैसिफिक और यूक्रेन सहित कई क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत की। हम आशा करते हैं कि भारत-यूरोप फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बातचीत जल्द पूरी हो जाएगी।’