पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर हादसे में निधन के बाद सरकार उनके पद को भरने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। फिलहाल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे चेयरमैन चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के रूप में जिम्मेदारी निभा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक नए सीडीएस की नियुक्ति तक यह अंतरिम व्यवस्था की गई है लेकिन दो साल पहले सृजित इस पद पर नई नियुक्ति की प्रक्रिया भी चल रही है।
सूत्रों के मुताबिक सीडीएस के नाम की घोषणा दिसंबर के आखिरी सप्ताह में हो सकती है। नए सीडीएस 1 जनवरी, 2022 को पद संभाल सकते हैं। जनरल रावत ने भी सीडीएस का पद एक जनवरी को ही संभाला था। सीडीएस की नियुक्ति का फैसला कैबिनेट की नियुक्ति समिति करेगी। हालांकि सेना में सुधारों की सिफारिश करते हुए शेतकर समिति ने व्यापक फ्रेमवर्क सुझाए थे जो नए सीडीएस की नियुक्ति की प्रक्रिया का आधार बन सकते हैं। सूत्रों के अनुसार नए सीडीएस की नियुक्ति अगले आदेश तक की जाएगी।
सीडीएस अधिकतम 65 वर्ष की आयु तक सीमित है। जनरल रावत की नियुक्ति भी अगले आदेश तक थी। सीडीएस पद सृजित करते समय आर्मी रूल 1954 को संशोधित कर आर्मी रूल 2019 बना था। इसके तहत सीडीएस की सेवा विस्तार की व्यवस्था थी। इसी रूल में यह व्यवस्था थी कि सीडीएस का कार्यकाल 65 वर्ष की आयु तक होगा।
तीनों सैन्य प्रमुखों में वरिष्ठ हैं। रावत के बाद सेना प्रमुख बने। अभी चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के चेयरमैन हैं।
वायु सेना प्रमुख। वरीयता में दूसरे क्रम पर हैं। वायु सेना संख्याबल के हिसाब से दूसरे स्थान पर है।
नौसेना प्रमुख। वरिष्ठता में सबसे जूनियर हैं। उन्होंने 30 नवंबर को कार्यभाल संभाला।
वरिष्ठता और सक्षमता दोनों पैमाने
सैन्य प्रमुखों की नियुक्ति में आमतौर से राजनीतिक नेतृत्व वरिष्ठता को प्राथमिकता को देता आया था लेकिन मोदी सरकार के दौरान वरिष्ठता और सक्षमता दोनों के पैमाने पर फैसले होते रहे हैं। यही कारण है कि नए सीडीएस की नियुक्ति को खुली रेस के रूप में देखा जा रहा है।