ब्रिटेन में एक दिन में दो लाख से ज्यादा कोरोना केस मिलने के बाद लोगों में वैक्सीन के बूस्टर डोज के लिए होड़ मच गई है। ज्यादातर ब्रिटिश क्रिसमस से पहले तीसरा डोज चाहते हैं। इसे देखते हुए यूनाइटेड किंगडम नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) की वेबसाइट पर एक दिन में 44 लाख से ज्यादा लोगों ने स्लॉट बुक करने की कोशिश की, लेकिन सिर्फ 5 लाख 45 हजार को ही स्लॉट मिल पाया।
ब्रिटेन में इतनी बड़ी तादाद में लोग बूस्टर डोज के लिए अप्लाई कर रहे हैं कि बूस्टर डोज का संकट खड़ा हो गया है। हेल्थ सेंटर्स के बाहर सुबह से लंबी कतारें देखी गईं, लोग अपनी बारी का इंतजार करते देखे गए। वहीं, NHS प्रमुख ने बूस्टर डोज को लेकर कहा- एक हफ्ते में 50 लाख बूस्टर शॉट तक पहुंचना संभव है, लेकिन कोई वादा नहीं किया जा सकता।
दो से तीन दिन में दोगने हो रहे ओमिक्रॉन केस
ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को लेकर ब्रिटेन के हेल्थ सेक्रेटरी ने बताया कि बूस्टर शॉट रजिस्ट्रेशन के लिए इतने ज्यादा लोग लॉगइन थे कि वेबसाइट ही क्रैश हो गई। हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक, दो से तीन दिन में ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले दोगुने हो रहे हैं।
मंगलवार को ब्रिटिश उप प्रधान मंत्री डॉमिनिक रॉब ने बताया कि ओमिक्रॉन संक्रमित कम से कम 250 लोग अस्पताल में हैं। वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि एक दिसंबर को ओमिक्रॉन का पहला केस मिलने के बाद 13 दिसंबर तक यह आंकड़ा 4250 को पार कर गया है।
लंदन के एक टेस्टिंग सेंटर में मौजूद महिला कोविड टेस्ट कराती हुई।
हर दिन 10 लाख बूस्टर शॉट लगाने का टारगेट
ओमिक्रान के बढ़ते खतरे के बीच प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रविवार को देश को संबोधित किया। ओमिक्रॉन से पहली मौत की पुष्टि की। जिसके बाद 10 लाख से ज्यादा लोगों ने बूस्टर शॉट लिया या तीसरा डोज बुक किया। ब्रिटिश सरकार कोरोना पर काबू पाने के लिए हर दिन 10 लाख बूस्टर शॉट लगाने का टारगेट लेकर चल रही है, लेकिन अभी तक 6 लाख का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई है। जॉनसन ने 31 दिसंबर से पहले सभी युवाओं को बूस्टर शॉट देने की बात कही थी। फिलहाल, 30 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ही बूस्टर शॉट दिया जा रहा है।
डेल्टा को पछाड़ देगा ओमिक्रॉन
जॉनसन के मुताबिक- ओमिक्रॉन जिस तेजी से फैल रहा है, वह जल्द ही डेल्टा वैरिएंट को पछाड़ देगा। लंदन और दूसरे हिस्सों में केस बढ़ रहे हैं। नवंबर में इस नए वैरिएंट की पहचान की गई थी। अब यह करीब 50 देशों में पाया जा चुका है। भारत में भी इस वैरिएंट के 61 मामले सामने आ चुके हैं।