कृषि कानूनों की वापसी के बाद किसान अब घर लौटने लगे हैं। हिसार के अग्रोहा व चौधरीवास टोल से किसानों ने अपना सामान समेट लिया है, जबकि रामायण व बाड्डो टोल पर अभी भी किसान जमे हुए हैं। मंगलवार को रामायण टोल पर सम्मान समारोह के बाद किसान अपने घरों को लौट जाएंगे। आज दोपहर 2 बजे होने वाले इस सम्मान समारोह कार्यक्रम में संयुक्त किसान मोर्चा के कई बड़े किसान नेता पहुंच रहे हैं।
कार्यक्रम के बारे में युवा किसान नेता विकास सीसर व कुलदीप खरड़ ने बताया कि आगामी फैसले के लिए सोमवार को टोल पर मीटिंग रखी गई थी। आज मंगलवार को उसी बारे में फैसला लिया जाएगा। आज के इस कार्यक्रम में राकेश टिकैत, युद्धवीर सिंह, जोगेंद्र सिंह उग्राहा, सरदार जगजीत सिंह दल्लेवाल, अभिमन्यु कुहाड़ आदि पहुंचेंगे। यहां पर किसान नेता व किसानों का सम्मान किया जाएगा।
हिसार का रामायण टोल पूरे किसान आंदोलन का केंद्र बिंदु रहा है और नेताओं का सबसे ज्यादा विरोध व किसानों का सबसे अधिक जमावड़ा भी इसी टोल पर होता रहा है। इस टोल पर बीते एक साल से किसानों ने अपना डेरा जमाया हुआ है। यह टोल सिरसा से दिल्ली जाने वाले हाईवे पर हांसी शहर से पहले बना हुआ है।