कोरोना महामारी से बचाव के लिए देशभर में स्कूल बंद होने से बच्चों की पढ़ाई तो प्रभावित हुई ही है, पेंसिल इंडस्ट्री का बिजनेस भी करीब-करीब चौपट हो गया है। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में औखू को ‘पेंसिल विलेज’ कहा जाता है, लेकिन बीते डेढ़ साल में यहां पेंसिल की बिक्री 70% तक घट गई है।
3,500 लोगों को मिला रोजगार
श्रीनगर से 32 किलोमीटर दूर औखू से पेंसिल बनाने में इस्तेमाल होने वाली लकड़ी नटराज, अप्सरा और हिंदुस्तान पेंसिल्स जैसी बड़ी पेंसिल कंपनियों को सप्लाई की जाती है। 180 करोड़ रुपए से अधिक के टर्नओवर वाली यहां की पेंसिल इंडस्ट्री में 18 छोटे-बड़े कारखाने हैं, जहां करीब 3,500 लोगों को रोजगार मिला हुआ है।