अमेरिका के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. एंथोनी फॉसी ने बताया है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट कितना संक्रामक है, कितना गंभीर है और इसकी क्या अन्य विशेषताएं हैं, यह जानने के लिए दो हफ्ते का समय लगेगा। डॉ. फॉसी ओमिक्रॉन पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को अपडेट करने के दौरान यह जानकारी दी।
बैठक में फॉसी ने कहा कि मौजूदा वैक्सीन से ही कोरोना के गंभीर मामलों में काफी हद तक सुरक्षा मिल सकती है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जिन लोगों को वैक्सीन के दोनों डोज लगे हैं उनको अगर बूस्टर डोज लगें तो यह कोरोना के खिलाफ सबसे बेहतर सुरक्षा होगी।
अमेरिका में कोरोना से बचाव के लिए तेजी से वैक्सीनेशन प्रोग्राम चलाया गया था, लेकिन वहां तब भी कोरोना के नए वैरिएंट का खतरा बना हुआ है।
जल्द से जल्द लगवाएं बूस्टर शॉट
कोविड रिस्पॉन्स टीम ने भी यही सुझाव दिया है कि सभी वैक्सीनेटेड लोगों को जल्दी से जल्दी बूस्टर शॉट लगा दिया जाए। जानकारी के मुताबिक, 6 महीने पहले फाइजर और मॉर्डना की वैक्सीन लगवाने वाले या दो महीने पहले जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन डोज लेने वाले सभी वयस्क बूस्टर डोज ले सकते हैं।
आज अमेरिका लगा सकता अफ्रीकी देशों पर ट्रैवल बैन
ओमिक्रॉन से बचाव के लिए अमेरिका ने कमर कस ली है। अमेरिका ने इस वायरस से बचाव के लिए अफ्रीकी देशों से किसी भी तरह के ट्रैवल पर बैन लगाने की तैयारी कर ली है। राष्ट्रपति जो बाइडेन के एडमिनिस्ट्रेशन के सूत्रों ने बताया कि इसकी घोषणा सोमवार को कर दी जाएगी।