दुनिया भर के कई देशों ने कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट मिलने के बाद दक्षिण अफ्रीका की फ्लाइट्स पर बैन लगा दिया है। दक्षिण अफ्रीका इस फैसले से नाखुश है। अफ्रीकी देश ने कहा है कि हमें एडवांस जीनोम सीक्वेंसींग के जरिए वैरिएंट खोजने की सजा दी जा रही है।
दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला ने कहा है कि नए वैरिएंट को लेकर दक्षिण अफ्रीका पर लगाए गए यात्रा प्रतिबंध कठोर और गलत हैं। फाहला ने शुक्रवार को कहा कि, हमें लगता है कि इन देशों के कुछ नेता दुनिया भर की समस्या से निपटने के लिए बलि का बकरा ढूंढ रहे हैं।
हमारे प्रयास किसी से कम नहीं
दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्रालय ने बयान दिया है कि, देश वैरिएंट को जल्दी से खोजने की सजा भुगत रहा है। अच्छे साइंस की तारीफ की जानी चाहिए। कोरोना का यह स्ट्रेन डेल्टा वैरिएंट से भी अधिक खतरनाक है। इसे WHO ने वैरिएंट ऑफ कंसर्न की कैटेगरी में रखा है। हम कोरोना की रोकथाम के लिए लेकर दुनियाभर में किए जा रहे प्रयासों के बराबर ही काम कर रहे है।
सौतेला व्यवहार कर रहे कई देश
दक्षिण अफ्रीका इन दिनों कोरोना से बुरी तरह प्रभावित है, यहां टेस्टिंग की संख्या बढ़ा दी गई है।
मंत्रालय ने कहा कि बताया कि दुनिया के कई हिस्सों में नए वैरिएंट्स की खोज की गई है। उन वैरिएंट्स का दक्षिण अफ्रीका से कोई संबंध नहीं है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के मामलों में उन देशों की प्रतिक्रिया बिल्कुल अलग है। देश के पास वर्ल्ड क्लास टेस्टिंग कैपिसिटी और वैक्सीनेशन प्रोग्राम है। हम भी कोरोना को लेकर चिंतित हैं और दुनियाभर में किए जा रहे उपायों के बराबर ही प्रयास कर रहे हैं।
दक्षिण अफ्रीका में अब तक कोरोना
दक्षिण अफ्रीका में अब तक करीब 90 हजार मौतों के साथ 29.5 लाख केस दर्ज किए गए हैं। यह देश अफ्रीका के सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक है। ओमिक्रॉन (B.1.1.529) वैरिएंट पिछले 4 दिनों में 8 देशों तक पहुंच गया है। इनमें दक्षिण अफ्रीका, इजराइल, हॉन्गकॉन्ग, बोत्सवाना, बेल्जियम, जर्मनी, चेक रिपब्लिक और ब्रिटेन शामिल हैं।