पंजाब में कांग्रेस सरकार और दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के बीच शिक्षा पर सियासी जंग तेज हो गई है। पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह ने दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल को घेरने की कोशिश की थी। जिसमें कहा कि स्कूल एजुकेशन के नेशनल परफार्मेंस ग्रेड इंडेक्स (NPGI) में पंजाब टॉप पर है। दिल्ली इसमें 6वें नंबर पर है।
इसके जवाब में अब दिल्ली में शिक्षा मंत्रालय देख रहे डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया आगे आए हैं। उन्होंने पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह को खुली बहस की चुनौती दी है। इस पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि परगट सिंह को यह चुनौती कुबूल करनी चाहिए। वहीं, AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल शनिवार को पंजाब आ रहे हैं। वह मोहाली में धरने पर बैठे टीचरों के प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे।
परगट सिंह ने जीरा के सरकारी स्कूल के वीडियो के जरिए दिया जवाब।
दिल्ली और पंजाब के 10-10 स्कूलों में देखेंगे फर्क : सिसौदिया
मनीष सिसौदिया ने कहा कि परगट सिंह ने लिखा की पंजाब के स्कूल बहुत शानदार हैं। मैं उन्हें निमंत्रण देता हूं कि वह दिल्ली आएं। मैं उन्हें दिल्ली के 10 सरकारी स्कूलों में ले जाऊंगा। वह भी मुझे उन 10 सरकारी स्कूलों में लेकर जाएं, जो उनकी सरकार ने बनाए या ठीक किए हैं। मैं उन्हें उन स्कूलों में ले जाऊंगा, जहां के बच्चे अब IIT, NEET में जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आपका काम अच्छा होगा तो पंजाब आपको वोट देगा। अच्छा नहीं होगा तो दिल्ली के शिक्षा मॉडल को अपनाएंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में शिक्षा के काम पर परगट सिंह जब और जहां चाहें, मैं खुली बहस के लिए तैयार हूं।
AAP अब दिल्ली और पंजाब के स्कूलों की तुलना के पोस्टर जारी कर रही है
केजरीवाल से भिड़े थे परगट सिंह
केजरीवाल ने अमृतसर में शिक्षकों को 8 गारंटी दी। इसके बाद परगट सिंह ने कहा कि पंजाब में स्कूल एजुकेशन दिल्ली से कहीं बेहतर है। केजरीवाल ने इसका जवाब दिया था कि जो लोग पंजाब की शिक्षा व्यवस्था से खुश हैं, वह कांग्रेस को वोट दें। जो दिल्ली जैसी शानदार व्यवस्था चाहते हैं, वह हमें वोट दें। परगट ने फिर जवाब दिया कि पंजाब में अच्छी स्कूल एजुकेशन मेरा व्यक्तिगत विचार नहीं बल्कि नेशनल सर्वे है। इसके बाद परगट सिंह ने जीरा के स्मार्ट स्कूल का वीडियो भी ट्वीट किया था।