तीन महीने के बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली ब्रिटिश सांसद को पार्लियामेंट में बच्चे के साथ आने से रोकने पर बहस छिड़ गई है। महिला सांसद ने शिकायत की है कि अगर यही रवैया रहा तो इससे भविष्य में परेशानियां बढ़ेंगी। लेबर पार्टी की इन सांसद का नाम है स्टेला क्रीजी है। जिस वक्त उन्हें सदन में आने से रोका गया, उस वक्त उनका बेटा गोद में सो रहा था।
संसद के अधिकारी ने मेल किया
घटना मंगलवार की है। स्टेला बेटे पिप के साथ संसद पहुंचीं। वे सदन की चर्चा में हिस्सा लेना चाहती थीं, लेकिन नियमों का हवाला देते हुए उन्हें रोक दिया गया। बाद में संसद के एक अधिकारी ने उन्हें एक मेल किया। इसमें बताया कि नियमों के चलते वो बच्चे को साथ लेकर सदन में नहीं बैठ सकती। स्टेला ने इस पर विरोध जताया। कुछ और सांसदों ने स्टेला का समर्थन किया। स्टेला को भरोसा दिलाया गया है कि भविष्य में इन नियमों को रिव्यू किया जाएगा।
हाउस ऑफ कॉमन्स के स्पीकर लिंडसे हॉइल ने सांसदों से कहा- मुझे किसी अधिकारी द्वारा स्टेला को रोके जाने की जानकारी नहीं है। स्टेला ने महिला सांसदों फुल मेटरनिटि कवर देने के लिए कैम्पेन चलाया था।
प्रधानमंत्री ने भी किया समर्थन
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी नियमों में सुधार की बात कही है। जॉनसन की पत्नी भी दूसरे बच्चे की मां बनने वाली हैं। हालांकि, जॉनसन ने ये भी कहा कि इस मामले पर फैसला हाउस ऑफ कॉमन्स करेगा। ब्रिटिश प्रधानमंत्री के प्रवक्ता ने कहा- हम सदन को आधुनिक और इस सदी के लिहाज से बनाना और चलाना चाहते हैं।
रोक के बावजूद संसद में बच्चों को लाने की परंपरा
ब्रिटिश पार्लियामेंट में रोक के बावजूद बच्चों को लाने की परंपरा रही है। पूर्व लिबरल डेमोक्रेट जो स्विंसन पहली महिला सांसद थीं जो 2018 में पहली बार बच्चे को सदन में लाईं थीं। लेबर सांसद एलेक्स जॉन्स ने भी ट्वीट कर बताया कि 2019 में स्पीकर हॉइली ने उन्हें पार्लियामेंट में बच्चे को साथ लाने और उसे ब्रेस्टफीडिंग कराने की मंजूरी दी थी। उन्होंने कहा- स्टेला अब भी बेटे पिप को ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं, इसलिए उन्हें बच्चे के साथ संसद में आने की मंजूरी मिलनी चाहिए। माना जा रहा कि कानून मंत्री डोमिनिक रॉब भी स्टेला का समर्थन कर सकते हैं क्योंकि वो पहले इस मसले को उठा चुके हैं।