भारतीय किसान यूनियन अंबाला शहर के सेक्टर-8 सामुदायिक केंद्र में ‘देश बचाओ संविधान बचाओ, किसान मजदूर बचाओ’ सम्मेलन में किसानों में एक बार फिर जोश भरेगी। आयोजन में जिलेभर से किसानों के साथ भाकियू हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी बतौर मुख्यातिथि के रूप से शामिल होंगे। सम्मेलन में 10 बजे किसान जुटने शुरू हो गए हैं। जोकि दोपहर 2 बजे होगा और अध्यक्षता कांता आलड़िया करेंगी।
अंबाला शहर में लगा किसान सम्मेलन का मंच
किसान नेताओं ने सम्मलेन को सफल बनाने की पूरी तैयारी कर ली है। सम्मलेन के दौरान ही किसान आंदोलन को पूरा एक साल होने पर 26 नवंबर को एक बार फिर दिल्ली कूच को लेकर चर्चा होगी। अंबाला के शंभू बॉर्डर पर मांगों को लेकर डटे किसानों को भी आंदोलन की अगली रणनीति की जानकारी दी जीएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कृषि कानून वापस लेने की घोषणा के बाद से कुछ असमंजस की स्थिति थी। वो भी पूरी तरह से स्पष्ट हो सकेगी।
किसान सम्मेलन की सभी तैयारियां पूरी
बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान मलकीत सिंह ने एक सप्ताह पहले ही किसानों से मिलकर उन्हें सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए निमंत्रण देना शुरू कर दिया था। ज्यादा से ज्यादा किसानों से शामिल होने की बात कही थी। अलग-अलग गांवों में जाकर भाकियू के नेता जनसंपर्क अभियान भी चला था ताकि किसान, मजदूर व अन्य वर्ग के लोग शामिल हों। भाकियू नेता भी सम्मेलन में संबोधित करेंगे।
शंभू बॉर्डर पर बढ़ रही किसानों की संख्या
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कृषि कानून वापस लेने की घोषणा के बाद अंबाला के शंभू बॉर्डर पर किसानों की संख्या बढ़ रही है। एक बार फिर अधिक संख्या में आंदोलन के दौरान अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। किसानों का कहना है कि महज घोषणा करने से नहीं बल्कि आंदोलन को पूरी तरह से वापस लेने के बाद ही आंदोलन समाप्त होगा। जिलाध्यक्ष मलकीत सिंह ने कहा कि यह लड़ाई समस्त किसानों की है। दिल्ली में बैठे किसान नेता जो भी निर्णय लेंगे उसी पर अमल किया जाएगा।खबरें और भी हैं…