प्रदूषण विशेषज्ञ दिल्ली सरकार के द्वारा प्रदूषण को कम करने के लिए की जा रही उपायों को लेकर हैरत जता रहें है। प्रदूषण विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए प्रयास तो कर रही है पर प्रदूषण कम इस लिए नहीं हो रहा है कि निर्णय गलत लिए जा रहें हैं और नियमों को को लागू कड़ाई से नहीं हो पा रहा है। प्रसिद्ध पर्यावरण एक्सपर्ट सचिन पवार ने सुझाव दिया है कि स्कूल और ऑफिस के समय को चेंज करके प्रदूषण से कुछ हद तक बचा जा सकता है।
दिल्ली सरकार को स्कूल और ऑफिस का टाइम टेबल 10-5 बजे तक करके पढ़ाई और काम जारी रखना चाहिए क्योंकि सुबह 7 बजे के बजाय 10-5 बजे तक कम प्रदूषण होता है। पर्यावरण एक्सपर्ट सचिन पवार ने बताया कि सीमेंटो से बने इमारत शाम 5 बजे के बाद सूरज के अस्त होते ही ठंडी होनी शुरू होती है। इस कारण हवा ठंडी होकर भारी हो जाती है और वाहनों से उड़ने वाले धूल कण पीएम 2.5 हवा में अटकी रह जाती है।
जब सुबह इन इमारतों पर सूरज की रोशनी पड़ती है तो सीमेंट से बनी इमारतें जैसे जैसे गर्म होती है हवा गर्म होकर हल्की हो जाती है और हवा में फंसी पीएम2.5 हवा के साथ वायु मंडल में ऊपर जाकर मिल जाती है इससे प्रदूषण कम होता है या फिर 15-20 किलोमीटर की स्पीड से हवा चल रही है तो भी हवा को अपने साथ वहा ले जाती है और इस तरह से प्रदूषण कम होती है।
पर्यावरण एक्सपर्ट सचिन पवार ने बताया कि इन दिनों सुबह सात बजे हवा में पीएम2.5 की मात्रा 300 होती है तो एक बजे 75 हो जाती है। यह शाम पांच बजे तक 75-100 रहती है इसके बाद शाम काे फिर से हवा में 2.5 की मात्रा बढ़नी शुरू हो जाती है।