पिल्लूखेड़ा के निजी अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत के मामले को लेकर सोमवार को परिजनों व विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने प्रदर्शन किया और डीसी कार्यालय के बाहर धरना दिया। इसके बाद डीसी को ज्ञापन सौंपा गया।
जन संघर्ष मंच के जिला प्रधान सुधीर शास्त्री, मनरेगा मजदूर यूनियन जिला प्रधान दिलबाग सिंह, केदार सिंह भुराणिया ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पिल्लूखेड़ा के जामनी रोड पर निजी अस्पताल है। यहां दो अगस्त को सुनीता का कथित अस्पताल में बच्चेदानी निकालने का ऑपरेशन किया गया था।
ऑपरेशन के तुरंत बाद पेशेंट की हालत बिगड़ गई। उसी समय रात पहले से बुलाई गई एंबुलेंस द्वारा सुनीता को जींद के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसे दाखिल करते ही मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टरों ने हजारों रुपए बनाने के इरादे से धोखे से ऑपरेशन के लिए राजी किया था।
इस संबंध में सुनीता के बेटे की तरफ से सीएमओ ऑफिस जींद में लिखा जा चुका था, लेकिन 13 दिन बीत जाने पर भी जींद के चिकित्सा अधिकारी ने कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने मांग की कि चिकित्सा विभाग तुरंत सुनीता की मृत्यु के कारणों की जांच करे और कथित अस्पताल की लापरवाही की पड़ताल कर कार्रवाई की जाए।
इस अवसर पर सतबीर लडवाल संत कबीर महासभा, अशोक संत कबीर ट्रस्ट पिल्लूखेड़ा, अशोक, सुमित, हवा सिंह, प्रेम कंडेला, सुरेश शाहपुर, मीनू मलार, वजीर सिंह मलार, बीर सिंह मलार, वजीर सिंह रिटौली, सुमन रिटौली मौजूद रहे।