सरकारी एयरलाइंस एयर इंडिया ने अमेरिका जाने वाले छात्रों की बढ़ती संख्या को देखते हुए फ्लाइट्स की संख्या दोगुनी कर दी है। अब हर हफ्ते भारत से अमेरिका 21 फ्लाइट्स जाएंगी। अभी तक हफ्ते में 10 फ्लाइट्स ही उड़ान भर रही थीं।
जुलाई-अगस्त में वीजा प्रक्रिया शुरू हुई
दरअसल अमेरिका में छात्रों के एडमिशन को देखते हुए जुलाई-अगस्त में वीजा की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर छात्रों ने कम फ्लाइट्स को लेकर शिकायतें की थीं। इसी के बाद एयर इंडिया ने यह कदम उठाया है। एयर इंडिया की अमेरिका के लिए 7 अगस्त से यह फ्लाइट शुरू हो गई हैं।
40 से घटाकर 10 कर दी थी फ्लाइट्स
कोरोना की दूसरी लहर में एयर इंडिया ने अपनी साप्ताहिक फ्लाइट्स की संख्या को 40 से घटाकर 10 कर दी थी। कोरोना की दूसरी लहर में 4 मई से अमेरिका ने भारतीय उपमहाद्वीप से यात्राओं पर प्रतिबंध लगा दिया था। 7 अगस्त से शुरू होने वाली फ्लाइट्स में सबसे ज्यादा फ्लाइट न्यूयॉर्क के लिए होंगी। उसके बाद शिकागो और सन फ्रांसिस्को के लिए उड़ान भरेंगी।
यात्रा पर प्रतिबंध अभी भी लगा है
हालांकि अभी भी अमेरिका ने यात्रा का प्रतिबंध नहीं हटाया है, पर वहां एडमिशन शुरू होने से भारत से छात्रों के जाने की संख्या बढ़ने लगी है। इसके लिए वीजा एप्लिकेशन में बढ़त देखी जा रही है। एयर इंडिया ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी में कहा है कि वह इसके अलावा दिल्ली से न्यूयॉर्क के लिए 6,13,20 और 27 अगस्त को अतिरिक्त फ्लाइट आपरेट करेगी। इसके लिए बुकिंग इसकी वेबसाइट, कॉल सेंटर और अधिकृत ट्रैवेल एजेंट से की जा सकती है।
हजारों छात्रों ने वीजा के लिए अप्लाई किया है
जुलाई और अगस्त में हजारों छात्रों ने वीजा के लिए अप्लाई किया है। इन छात्रों को अमेरिका में कोविड-19 वैक्सीनेशन के किसी सबूत की जरूरत नहीं है। हालांकि उड़ान भरने से 72 घंटे के अंदर की RT-PCR की निगेटिव रिपोर्ट जरूर अपने पास रखनी होगी। संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) ने भारतीय छात्रों को युनिवर्सिटी में दाखिले के लिए इस समय मंजूरी दी है। जिनके पास F1 या M1 वीजा वैलिड हैं, वे इसके लिए पात्र हैं।
एंबेसी का पोर्टल ही क्रैश हो गया था
जुलाई मध्य में जब एंबेसी का पोर्टल एप्लिकेशन के लिए चालू हुआ था, उस समय वेबसाइट ही क्रैश हो गई थी, क्योंकि बहुत बड़े पैमाने पर छात्र इस वेबसाइट पर विजिट कर रहे थे। हालांकि अमेरिका के साथ ही कनाडा और जर्मनी के लिए भी इस समय वीजा एप्लिकेशन में तेजी दिख रही है। दरअसल, इसी महीने से कई देशों की यूनिवर्सिटी खुल रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, कनाडा सहित कुछ देश छात्र वीजा एप्लिकेशन के लिए प्रायोरिटी सिस्टम देख रहे हैं। जर्मनी भी इसी पर काम कर रहा है।