TCS और इन्फोसिस को 9 साल पहले सुपर कॉरिडोर पर कुल 230 एकड़ जमीन मिली और इतने बड़े कैंपस से मात्र 5,200 लोगों को ही अब तक रोजगार मिल पाया है। उधर, केवल 8 एकड़ में बने क्रिस्टल IT पार्क और 5 एकड़ में बने अतुल्य IT पार्क में कुल मिलाकर 5 हजार से ज्यादा लोग काम कर रहे हैं
यहां 40 से ज्यादा IT और इससे जुड़ी कंपनियों के दफ्तर हैं। यानी TCS और इन्फोसिस के कैंपस की तुलना में 18 गुना छोटे कैंपस में दोनों कंपनियों के बराबर लोग काम कर रहे हैं।
जमीन की नपती के लिए एजेंसी नियुक्त कर रहे: कलेक्टर
कलेक्टर मनीष सिंह ने TCS और इन्फोसिस दोनों कैंपस की मशीन के जरिए नपती करने के लिए कहा है। इसमें देखा जाएगा कि कितने एरिया पर निर्माण किया गया है, कितनी जगह पर भवन बनाया गया है, कितनी सड़कें बनाई गई हैं और क्या अन्य लैंड का भी इस्तेमाल किया गया है? इसके लिए एक एजेंसी रहेगी। जांच प्रभारी प्रतुल सिन्हा ने बताया कि नपती की एजेंसी IDA नियुक्त कर रहा है। इसके बाद पूरा काम किया जाएगा।
16 महीने लगातार वर्क फ्रॉम होम, फिर भी कारोबार बढ़ा
क्रिस्टल IT पार्क में स्थापित IT कंपनियों के प्रबंधन के मुताबिक कोरोना के चलते अब IT इंडस्ट्री में बड़े कैंपस का चलन खत्म हो रहा। कोविड दौर यानी मार्च 2020 से ही क्रिस्टल IT पार्क में स्थापित करीब 30 कंपनियों के दफ्तर बंद हैं और सभी कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम हैं।
इसके बाद भी कंपनियों का कारोबार बढ़ा है। वहीं जमीन की कमी के चलते अब शहरों में कैंपस हाईराइज की ओर जा रहे हैं। क्रिस्टल और अतुल्य IT पार्क दोनों ही इसका बड़ा उदाहरण हैं, जिसमें 6 मंजिला तक दफ्तर बने हैं। शासन द्वारा इसी परिसर में एक और हाईराइज तीसरे IT पार्क की योजना पर काम किया जा रहा है।