टोक्यो में भारतीय खिलाड़ी ओलिंपिक के लिए खुद को ढालने में जुटे हैं। उन्हें कहा गया है कि ना तो शरीर पर अधिक बोझ डालना है न ही मेडल को लेकर अतिरिक्त दबाव में आना है। इसके अतिरिक्त मन को तरोराजा रखने के लिए खिलाड़ी छह से आठ घंटे की नींद ले रहे हैं। बॉडी रिलेक्स के लिए आइस बाॅथ तो कभी योग और मेडिटेशन दिनचर्या का हिस्सा बना दिया गया है। वहीं, हॉकी में वन टू वन खिलाड़ी का अभ्यास किया गया। पहले मुकाबले के लिए विपक्षियों के अनुसार ग्राउंड पोजीशन बनाकर प्रैक्टिस की गई।
किस गेम में कैसे आउट द फिल्ड तैयारी
शूटिंग: मंगलवार को शूटिंग रैंज में खिलाड़ियों ने 10, 25, 50 मीटर रेंज में अभ्यास किया। यहां खिलाड़ियों के लिए यूं तो दो रैंज हैं, लेकिन अभ्यास के लिए सभी देशों को एक ही रेंज में अभ्यास का मौका मिला है, जिस कारण स्लॉट वाइज अभ्यास कर रहे हैं।
टेबल टेनिस: टेबल टेनिस के प्रैक्टिस सेशन में पावर, स्पीड के साथ रिफलेक्शन की प्रैक्टिस रही। इस प्रेक्टिस सेशन की खास बात यहां का शांत वातावरण रहा।
मुक्केबाजी: इस खेल में सिंगल से लेकर डबल तक प्रैक्टिस रही। रस्सा कूद के साथ बाक्सिंग पंच जमाने तक रोमांचक प्रैक्टिस में पार्टनर भी बदले, ताकि दोनों ओर से खिलाड़ियों की अलग-अलग तैयारी मिले।
यह बोले खिलाड़ी: अभ्यास सेशन के बाद खिलाड़ी से लेकर कोच काफी उत्साहित हंै। खिलाड़ियों का मानना यहां पर अभ्यास कर काफी हद तक यहां के वातावरण में खुद को ढालने में सफल रहे हैं। बड़ी कोशिश इंवेट वाले दिन के दबाव से निपटने के लिए हो रही है, इसके लिए अतिरिक्त अभ्यास कर खुद को बेस्ट बना आत्मविश्वास बढ़ाने की है।