ब्रिटेन सोमवार को पूरी तरह अनलॉक हो गया। वो भी ऐसे समय, जब वहां दुनिया के सबसे ज्यादा कोरोना केस सामने आ रहे हैं। ब्रिटेन में रविवार को 48 हजार केस मिले थे। ब्रिटेन में तीसरी लहर के बीच देश को अनलॉक करने का आत्मविश्वास इसलिए भी है, क्योंकि वह देश के 87% वयस्कों को वैक्सीन की सिंगल डोज और 68% को दोनों डोज लगा चुका है।
खास बात यह है कि 6.70 करोड़ की आबादी वाले ब्रिटेन में 54% आबादी को वैक्सीन लग चुकी है। अब यहां कानूनी रूप से मास्क पहनना भी जरूरी नहीं है। दूसरी तरफ, प्रतिबंधों में मिली ढील को फ्रीडम-डे कहा जा रहा है। नाइटक्लब 15 महीने बाद पूरी क्षमता और बिना किसी प्रतिबंध के साथ पूरी रात खुले।
ज्यादातर क्लबों और बार के बाहर रविवार रात से कतारें लगने लगी थीं। कई जगह लोगों को दो-दो घंटे इंतजार करना पड़ा। पिछले साल मार्च में लगाए गए प्रतिबंधों के बाद सोमवार को पहली बार लोगों ने बिना किसी प्रतिबंध के पार्टी का लुत्फ उठाया।
इधर, ब्रिटेन में नए वायरस की दस्तक, ‘नोरो’ वायरस के 154 केस मिले
कोरोना की तीसरी लहर के बीच ब्रिटेन में नए वायरस ने दस्तक दी है। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के मुताबिक, ब्रिटेन में ‘नोरो’ वायरस 154 केस मिले हैं। पीएचई के मुताबिक, संक्रमित व्यक्ति से संपर्क में आने वाला व्यक्ति भी संक्रमित हो सकता है। दस्त, उल्टी, चक्कर आना और पेट दर्द इसके लक्षण हैं। आंतों और पेट में सूजन व जलन हो सकती है। संक्रमण के बाद 12 से 48 घंटे में लक्षण दिखने लगते हैं। यह एक से तीन दिन तक रहता है।
जिन्हें वैक्सीन नहीं, उनके लिए प्रतिबंध
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और चांसलर ऋषि सूनक स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद के संपर्क में आने के बाद आइसोलेशन में हैं। देश के अनलॉक होने के बाद ब्रिटिश पीएम ने लोगों से कहा- ‘हम बड़े स्तर पर प्रतिबंधों को हटा रहे हैं। लेकिन हमें पूरी तरह सावधान रहना होगा। क्योंकि वायरस अब भी हमारे आसपास मौजूद है।’ उन्होंने लोगों से वैक्सीन लगवाने की भी अपील की। जॉनसन ने कहा- ‘जो लोग वैक्सीन नहीं लगवाएंगे, उन्हें सितंबर से बार और क्लबों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।’ पीएम के इस बयान के बाद देश में टीका विरोधी प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
इंडोनेशिया: 27 करोड़ आबादी वाले देश में 6% लोगों को वैक्सीन; हॉटस्पॉट बना
इंडोनेशिया डेल्टा वैरिएंट के कारण कोरोना का बड़ा हॉटस्पॉट बन गया है। 27 करोड़ आबादी वाले देश में रोज 44 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो रहे हैं। सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है। अस्पतालों में बिस्तरों की कमी है। देश में अब तक लगभग 6% आबादी का ही पूरा टीकाकरण हो सका है। हॉस्पिटल एसोसिएशन के महासचिव डॉ. पर्ताकुसुमा ने बताया कि वायरस की चपेट में आने के बाद देश के 10% स्वास्थ्यकर्मी आइसोलेट हो गए हैं। वहीं, अस्पतालों में ऑक्सीजन की खपत क्षमता से पांच गुना अधिक हो गई है।