सोनीपत की सीमा ने फिटनेस-तकनीक में किया सुधार:डिस्कस थ्रोअर सीमा पूनिया ने 2 साल रूस में रहकर खुद को तैयार किया, 15 किलो वजन घटाया और चौथी बार हासिल कर लिया ओलिंपिक कोटाओलिंपिक के लिए हरियाणा के 31 खिलाड़ी कर चुके क्वालीफाई
देश की सबसे अनुभवी एथलीट सोनीपत की सीमा आंतिल पूनिया ने पटियाला में नेशनल इंटर स्टेट एथलेटिक चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है। इसी के साथ उन्होंने ओलिंपिक कोटा भी हासिल कर लिया। राष्ट्रमंडल खेलों की रिकॉर्डधारी सीमा का 2004, 2012, 2016 के बाद यह चौथा ओलिंपिक होगा।
सीमा ने रूस में रहकर 2 साल तक अपनी तकनीक व फिटनेस पर काम किया। 15 किलो वजन कम किया। इससे प्रदर्शन में भी सुधार हुआ। सीमा ने कैलिफोर्निया में पेट यंग थ्रोअर क्लासिक इवेंट में 62.62 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीतते हुए रियो ओलिंपिक के लिए कोटा हासिल किया था।
इस बार 63.70 मीटर थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीतकर ओलिंपिक कोटा हासिल किया है। सीमा ने कहा, ‘इस बार देश के लिए मेडल जीतने में दिलोजान लगा दूंगी। ओलिंपिक मेडल मेरा सपना है, जिसे मैं हर पल जीती हूं। फिटनेस में सुधार किया है।’
डोपिंग ने दिया था दर्द, पर टूटीं नहीं
सीमा ने विश्व जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था, लेकिन डोपिंग का दोषी पाए जाने के कारण उनका पदक छीन लिया गया था। सीमा ने स्यूडोफेडरिन ली थी, जिसे जुकाम के उपचार के लिए लिया जाता है। तब आईएएएफ के नियमों के अनुसार केवल चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था। उनके भाई अमित पाल व आनंदपाल का कहना है कि हमें विश्वास है कि सीमा इस बार देश को ओलिंपिक मेडल की खुशी भी प्रदान करेगी।
भारतीय दल में 25% हरियाणवी
ओलिंपिक के लिए अभी तक देशभर से कुल 123 खिलाड़ियों ने क्वालीफाई किया है। सीमा पूनिया के क्वालीफाई करने के बाद हरियाणा के खिलाडियों की संख्या 31 हो गई है। अब तक 19 व्यक्तिगत व 11 टीम स्पर्धा में क्वालीफाई कर चुके थे। व्यक्तिगत स्पर्धा में कुल 20 खिलाड़ी क्वालीफाई करने वाले हो गए हैं। एथलेटिक्स में नीरज चोपड़ा, संदीप कुमार, राहुल रोहिल्ला, सीमा पूनिया ने क्वालीफाई किया है। देश के कुल कोटे में 25% खिलाडी हरियाणा से हैं।
उधर, ओलिंपिक से 1 माह पहले टोक्यो में कोरोना केस बढ़ने लगे
टोक्यो, जापान की राजधानी टोक्यो में 23 जुलाई से ओलिंपिक गेम्स शुरू हो रहे हैं। इस बीच, कोरोना की 5वीं लहर की आशंका गहरा रही है। मंगलवार को यहां 476 नए केस आए। इसके पीछे डेल्टा वैरियंट को कारण बताया जा रहा। कोरोना महामारी नियंत्रण मामलों के मंत्री यासुतोशी निशिमुरा ने कहा था, ‘जरूरत पड़ी तो सरकार आपातकालीन उपाय लागू करने में नहीं हिचकेगी।’ संक्रमण फैलने के डर से ओलिंपिक रिले रेस में कटौती का फैसला हुआ है।