रिश्वत लेते गिरफ्तार:गवाह को डरा एसआई ने मांगी 2 लाख की रिश्वत, 1 लाख में डील हुई, 40 हजार लेता पकड़ालघु सचिवालय में एसडीएम कार्यालय के बाहर विजिलेंस टीम ने स्टेट क्राइम ब्रांच हिसार में तैनात एसआई विजेंद्र कुमार को 40 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। आराेप है कि पानीपत के चांदीबाग थाना में जनवरी 2019 में दर्ज जीएसटी फ्रॉड के मुकदमे में गवाह के बयान दर्ज करने की बजाय उसे गिरफ्तारी का भय दिखा रिश्वत ले रहा था।
एसआई ने पहले 2 लाख रुपए की डिमांड की थी। फिर एक लाख में डील पक्की कर 40 हजार रुपए लेते पकड़ा गया। डीआईजी विजिलेंस अशोक कुमार ने बताया कि आरोपी एसआई गांव बीबीपुर का है, जाे जींद सेक्टर-10 में रहता है। आरोपी ने पंजाब के मानसा स्थित गांव कानहेवाला वासी शिकायतकर्ता धर्मपाल से रिश्वत ली है। आराेपी एसआई के विरुद्ध भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।
उल्लेखनीय है कि जनवरी 2019 काे पानीपत के चांदीबाग थाना में ईटीओ नरेंद्र पाल ने फर्जी फर्म बना जीएसटी फ्रॉड करने के मामले में केस दर्ज करवाया था। इसकी जांच स्टेट क्राइम ब्रांच सोनीपत कर रही है। जांच में सामने आया था कि मामले में एक आरोपी की धर्मपाल के साथ जान-पहचान थी। क्राइम ब्रांच ने धर्मपाल को मुकदमे में गवाह बना उसके बयान दर्ज करने थे।
क्राइम ब्रांच ने पंजाब व सोनीपत के बीच दूरी ज्यादा देख क्राइम ब्रांच हिसार को गवाह के बयान दर्ज करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। यह काम एसआई विजेंद्र कुमार को दिया था। विजेंद्र कुमार ने गवाह धर्मपाल को अंधेरे में रखा। उसने नहीं बताया कि मामले में उसके बतौर गवाह बयान दर्ज होने हैं।
एसआई ने खुद की जेब गर्म करने के लिए धर्मपाल को उसकी मुकदमे में संलिप्तता होने, गिरफ्तारी से बचाने व मामला रफा-दफा करने का भय दिखाकर रिश्वत मांगनी शुरू की थी। विजिलेंस डीआईजी अशोक कुमार के निर्देश पर इंस्पेक्टर धर्मवीर दहिया के नेतृत्व में रेडिंग पार्टी गठित हुई।
शिकायतकर्ता धर्मपाल को 500-500 के 16 और 2-2 हजार के 16 नोट कुल 40 हजार रुपए पाउडर लगे दे दिए। इसे पहले तो पुलिस लाइन स्थित क्राइम ब्रांच के ऑफिस, फिर एसपी ऑफिस और उसके बाद एसडीएम ऑफिस के बाहर बुलाया था। यहां पर धर्मपाल अपनी पत्नी के साथ पहुंचा और रिश्वत मांगने पर एसआई विजेंद्र कुमार को 40 हजार रुपए दिए तो तुरंत विजिलेंस ने छापा मारकर काबू कर लिया। एसआई की जेब से नोट बरामद हुए।
पांच दिन से मांग रहा था रिश्वत, पत्नी ने बेचे गहने
एसआई विजेंद्र कुमार ने धर्मपाल और उसके परिजनों को मानसिक प्रताड़ित किया। लगातार फोन कर रिश्वत मांग रहा था। 5 दिन से बार-बार फोन कर धर्मपाल व उसके परिजनों को कहता है कि पैसे लेे आओ। वरना, अंदर करवा दूंगा। डिमांड के अनुसार रुपयों का इंतजाम नहीं हुआ। तब धर्मपाल को बचाने के लिए उसकी पत्नी ने अपने गहने बेचकर रिश्वत की राशि जुटाई।
कुछ रुपए इधर-उधर से उधार लिए। एसआई ने धर्मपाल को अपनी पत्नी काे साथ लाने के लिए कहा था। इसके बाद विजिलेंस में आकर शिकायत देकर कार्रवाई की गुहार लगाई थी। एसआई को कहा था कि पहले 50 हजार और 50 हजार रुपए बाद में दे देंगे। पर, 40 हजार ही जुटाने में सफल हुए थे।