परिवार को छोड़ने का दर्द:भाग कर शादी करने वाले प्रेमी जोड़ों के कारण मां-बाप-भाई बदनाम होते हैं, दुख होता है उन्हें, उनके लिए भी दुआएं मांगेघरवालों के खिलाफ जाकर प्रेम विवाह करने वाली युवती ने सेफ हाउस की दीवार पर बयां किया दर्द
शादी के बाद परिजनों से खुद खतरा बताकर यमुनानगर में बने सेफ हाउस में हर महीने आते हैं 15 से 20 प्रेमी जोड़े, 5 से 7 दिन तक रहते हैं पुलिस सुरक्षा में
प्यार में लव यू जान लव यू बेबी ताे हर काेई बाेलता है, लेकिन उनके बारे में भी सोचो जो हमारी वजह से बदनाम हुए, यह दर्द भरी बातें सेफ हाउस की दीवारों पर लिखी मिलीं। जिसमें घर से भाग शादी करने वाली एक लड़की ने और लड़कियों को एक मैसेज दिया है। हालांकि यह बात तो सभी जानते हैं कि प्रेमी जोड़े अपने परिजनों के सपने दर-किनार कर प्रेम विवाह के बाद खुद सेफ हाउस में आते हैं, लेकिन उनमें भी परिवार को छोड़ने का दर्द होता है। भले ही वे हर किसी के सामने बयान न कर पाएं।
दीवार पर लिखे ये शब्द किसी लड़की के लिखे बताए जा रहे हैं कि जोकि अपने परिवार के खिलाफ जाकर प्रेम विवाह कर कभी सेफ हाउस पहुंची थी। हालांकि अभी पता नहीं चल सका है कि किस लड़की ने यह लिखा है। क्योंकि हर दिन सेफ हाउस में प्रेम जोड़े पहुंचते हैं लेकिन दीवारों पर लिखा यह सब तब सामने आया जब सोमवार को एक महिला ने सेफ हाउस में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था।
सेफ हाउस की दीवार पर लिखा मिला ये संदेश
सेफ हाउस की दीवार पर एक लड़की ने यह दर्द बयां किया है। उसने लिखा है कि लव यू बेबी तो हर कोई बोलता है, लेकिन उनके बारे में भी सोचा करो जो उनकी(घर से भाग कर शादी करने वालों) वजह से बदनाम हुए होते हैं। वह भगवान से प्रार्थना करती है कि उसकी तरह सभी लड़कियों के माता-पिता और भाई सलामत रहें। प्लीज बहन, मां-पिता के लिए दुआएं मांगना, हमारी वजह से बहुत दुख होता है, उनको। लव यू जान, लव यू बेबी तो हमेशा बोलते हैं, कभी उनके लिए भी बोल दिया करो।
हर जिले में बने हैं सेफ हाउस
बता दें कि प्रेमी जाेड़ाें की सुरक्षा के लिए पुलिस ने हर जिले में सेफ हाउस बनाए हैं जहां प्रेमी जोड़े प्रेम विवाह के बाद अपनी बिरादरी व परिजनों के डर से पुलिस सुरक्षा में कुछ दिन के लिए रहते हैं। जगाधरी में बने सेफ हाउस में हर महीने 15 से 20 प्रेमी जोड़े खुद को अपने परिजनों से खतरा बताकर प्रेम विवाह के बाद यहां आते हैं और 5 से 7 दिन तक पुलिस सुरक्षा में रहते हैं। उसके बाद कुछ तो परिजनों के साथ रहने लगते हैं, लेकिन कुछ अपनी नई जिंदगी शुरू करते हैं।
सेफ हाउस में फंदा लगा जान देने वाली आयशा दो बच्चों की मां थी, दोपहर में खाना खाने के बाद बंद कर लिया था कमरा
28 जून को सेफ हाउस में सुसाइड करने वाली आयशा 24 जून को राजस्थान के नागौर से ट्रेन में बैठकर अपने प्रेमी जिले के गांव कैत मंडी निवासी कलीम से मिलने आई थी। दोनों ने निकाह कर अपनी जान को खतरा बताया और अगले दिन जगाधरी न्यायालय में सुरक्षा के लिए याचिका दायर कर दी। तब से पुलिस ने दोनों को सेफ हाउस में रखा हुआ था। आयशा के लापता होने पर इमरान अंसारी ने आयशा के लापता होने की रिपोर्ट नागौर थाना में 25 जून को दर्ज कराई थी। नियमानुसार पुलिस ने सेफ हाउस में कलीम व आयशा को अलग-अलग कमरों में रखा हुआ था।
बताया जाता है कि इसी वजह से आयसा परेशान थी। आयसा दो बच्चों की मां थी परिवार को भी नहीं पता था कि वह लवमैरिज कर चुकी है। पुलिस के अनुसार आयसा ने सोमवार दोपहर का खाना खाया और दवा ली। इसके बाद उसने सेफ हाउस के उस कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया जिसमें वह थी। रात के समय जब वहां पर तैनात महिला पुलिस कर्मी ने दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई।
वहीं खिड़की तोड़कर अंदर गए तो वह फंदे पर झूली हुई थी। जगाधरी थाना प्रभारी सुरेश शर्मा का कहना है कि इस मामले में पुलिस ने 174 की कार्रवाई की है। इसमें किसी का कोई हाथ सामने नहीं आया। शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया। उधर, जिस युवक ने उसे प्रेम विवाह किया था वह भी पहले से शादीशुदा बताया जा रहा है। वह अपने घर चला गया।