PAK फौज निशाने पर:पाकिस्तान के बलूचिस्तान में सेना पर आतंकी हमला, 5 सैनिकों की मौत, 27 घायल; इस महीने ये तीसरा हमलापाकिस्तान में एक हफ्ते में दूसरा आतंकी हमला हुआ। इसमें पांच सैनिक मारे गए और करीब 27 घायल हुए हैं। पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन्स (ISPR) ने घटना की पुष्टि कर दी है। यह आतंकी हमला बलूचिस्तान के सिबी जिले में हुआ। जानकारी के मुताबिक, ज्यादातर घायल सैनिकों की हालत गंभीर है। घटना के बाद आतंकी फायरिंग करते हुए भाग गए। इस क्षेत्र को पूरी तरह सील कर दिया गया और फौज की एक टुकड़ी ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। दो दिन पहले ही लाहौर में मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के घर के बाहर ब्लास्ट किया गया था। इसमें 3 लोगों की मौत हुई थी।
काफी देर तक फायरिंग हुई
ISPR की तरफ से जारी बयान में घटना की जानकारी दी गई है। बयान के मुताबिक- पाकिस्तान सेना की एक टुकड़ी पर घात लगाकर फायरिंग की गई। इस दौरान पांच सैनिकों की मौत हो गई। आतंकियों को भी नुकसान हुआ।
दूसरी तरफ, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि हमले में पांच से ज्यादा सैनिकों की मौत हुई है और 27 फौजी घायल भी हुए हैं। पाकिस्तानी सेना ने मारे गए सैनिकों के नाम और फोटोग्राफ भी जारी किए गए हैं। बताया जाता है कि ये सभी सैनिक फ्रंटियर कॉर्प्स के थे और इन्हें बलूचिस्तान में स्पेशल ट्रेनिंग के बाद पोस्टिंग दी गई थी। हाल के दिनों में पाकिस्तानी सेना पर सबसे ज्यादा हमले इसी बलूचिस्तान में हुए हैं।
तलाशी अभियान शुरू
सेना ने अपने बयान में कहा- हमारे फौजियों पर यह हमला कायरता से किया गया। घटना के बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है और आतंकियों के भागने के तमाम रास्ते बंद कर दिए हैं। इस इलाके में तलाशी अभियान के लिए एयरफोर्स की भी मदद ली जा रही है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सेना इस तरह के हमलों से निपटने में सक्षम है।
घटना के कुछ देर बाद होम मिनिस्टर शेख रशीद ने सोशल मीडिया के जरिए इस पर दुख जताया और कहा कि इसका बदला लिया जाएगा। विपक्षी नेता शहबाज शरीफ ने भी घटना पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि बलूचिस्तान में हालात बद से बदतर हो रहे हैं और जब सैनिक ही महफूज नहीं होंगे तो आम आदमी को सुरक्षा कौन देगा।
इस महीने तीसरा हमला
इस महीने पाकिस्तानी सेना पर यह तीसरा हमला है। इसके पहले बलूचिस्तान में ही दो हमले हुए थे। इन दोनों हमलों में जूनियर कमीशंड ऑफिसर समेत 8 सैनिकों की मौत हो गई थी। पाकिस्तानी सेना ने कहा है कि आतंकी हमलों के लिए अब आईईडी का इस्तेमाल भी कर रहे हैं। इस इलाके में गश्त करना खतरे से खाली नहीं है। इसलिए एयरफोर्स की भी मदद ली जा रही है।