भारतीय गेंदबाजों से निराश रोजर बिन्नी:वर्ल्ड कप जीत चुके पूर्व ऑलराउंडर ने कहा- फाइनल में टीम इंडिया ने स्तरहीन गेंदबाजी की, यह अपमान जैसा था1983 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके पूर्व ऑलराउंडर रोजर बिन्नी ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने स्तरहीन गेंदबाजी की। मुझे यह अपमान जैसा लगा। बिन्नी ने मैच के तीसरे दिन न्यूजीलैंड के सिर्फ 2 विकेट गिरने को लेकर यह बात कही है। उनका मानना है कि पहली पारी में कीवी टीम को जल्द समेट देना चाहिए था।”भारतीय गेंदबाजों ने न्यूजीलैंड से कुछ नहीं सीखा”
बिन्नी ने न्यूज 18 से कहा- रविवार को यानी टेस्ट के तीसरे दिन, तेज गेंदबाजों ने जैसा प्रदर्शन किया, वह बिलकुल इंग्लैंड की पिच जैसा नहीं था। यह गेंदबाजी का अपमान था। न्यूजीलैंड वालों ने जिस तरह गेंदबाजी की, टीम इंडिया ने उससे बिलकुल नहीं सीखा। उन्होंने हमारी बैटिंग यूनिट को उधेड़ कर रखा दिया। इसके जवाब में हमने कैसी गेंदबाजी की? बिलकुल स्तरहीन। ऐसा लग ही नहीं रहा था हम टेस्ट मैच खेल रहे हैं।
”टीम इंडिया ने मैच के दौरान डिफेंसिव बॉलिंग की”
बिन्नी ने कहा- इंडियन बॉलर्स को टेक्निकली बैट्समैन के हाफ में बॉलिंग करनी चाहिए यानी शॉर्ट पिच बॉल। उसमें बल्ले का किनारा लगने या बोल्ड होने का चांसेज रहते हैं। पर भारतीय गेंदबाज गुड लेंथ या ओवर पिच बॉलिंग कर रहे थे। बॉल जितनी शॉर्ट रहेगी, उतनी सीम होगी। टीम इंडिया को अटैक करना था, न कि डिफेंसिव बॉलिंग करनी थी।न्यूजीलैंड के आखिरी 5 बैट्समैन ने 71 रन बनाए
सोमवार को यानी मैच के चौथे दिन टीम इंडिया ने अच्छी गेंदबाजी की थी। मोहम्मद शमी ने 4 विकेट लेकर न्यूजीलैंड की पारी को समेट दिया था। वहीं, ईशांत ने 3 विकेट लिए थे। हालांकि, तब तक कीवी टीम ने 32 रन की लीड ले ली थी। न्यूजीलैंड के आखिरी 5 बैट्समैन ने 71 रन बनाए, जो कि उनके लिए फायदेमंद साबित हुआ।
”भारतीय गेंदबाज नए नहीं, जो उन्हें सिखाना पड़ेगा”
बिन्नी ने कहा- कीवी टीम आपको लगातार शॉर्ट पिच बॉल फेंक रही है और सीम करा रही है। टीम इंडिया के गेंदबाजों को सिर्फ उन्हें देखना था और वैसी ही गेंदबाजी करनी थी। लेकिन आपने क्या किया? ओवर पिच बॉल डाली। तीनों तेज गेंदबाज कोई नए नहीं हैं। क्या उन्होंने न्यूजीलैंड को गेंदबाजी करते नहीं देखा? देखकर ही सीखा जाता है।