डीजीपी का रिलीव की मांग वाला पत्र स्वीकार:गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री को लिखा- नए डीजीपी की नियुक्ति तक यादव को रिलीव न किया जाएडीजीपी मनोज यादव की ओर से इंटेलीजेंस ब्यूरो में जाने के लिए एसीएस होम को लिखा पत्र गृह मंत्री अनिल विज के पास पहुंच गया है। उनका पत्र स्वीकार कर लिया गया है। परंतु अब दोनों में तल्खी और बढ़ गई है, क्योंकि डीजीपी के रिलीव होने या न होने का मामला गृहमंत्री और डीजीपी के बीच प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है, क्योंकि विज ने सीएम को लिख दिया है कि जब तक नए डीजीपी की नियुक्ति नहीं होती, तब तक यादव को हरियाणा में ही रखा जाए।
ऐसे में सभी की नजरें मुख्यमंत्री के फैसले पर टिक गई है, क्योंकि यादव को कब रिलीव करना है, इसका आखिरी निर्णय उन्हें ही लेना है। 21 फरवरी को यादव का 2 साल का कार्यकाल पूरा होने पर जब गृहमंत्री विज ने नए डीजीपी की नियुक्ति के लिए सीनियर आईपीएस का पैनल तक बनवाकर मुख्यमंत्री को भिजवा दिया था, तब डीजीपी यादव को एक्सटेंशन मिल गया था।
सीएम ने भी पैनल यूपीएससी को नहीं भेजा। अब डीजीपी ने खुद एसीएस होम को पत्र लिखकर हरियाणा से रिलीव होने की इच्छा जताई है तो विज ने सीएम को लिख दिया कि जब तक नए डीजीपी की नियुक्ति नहीं होती, तब तक यादव को यहीं रखा जाए।
डीजीपी के पत्र से यही माना जा रहा है कि वे यह संदेश देना चाहते हैं कि वे अपनी मर्जी से जा रहे हैं, कोई भेज नहीं रहा है तो विज ने इसके जवाब में उन्हें जता दिया कि वे अपनी मर्जी से नहीं जा सकते। वे सिस्टम से ही जाएंगे। बता दें कि डीजीपी यादव ने 22 मई को एसीएस होम राजीव अराेड़ा को उन्हें रिलीव करने के लिए लिखा गया पत्र सोशल मीडिया पर वायरल किया था।
होम डिपार्टमेंट की ओर से डीजीपी के लिए बनाए पैनल में 5 नाम तय है। इनमें डीजी पीके अग्रवाल के अलावा डीजी मोहम्मद अकील, आरसी मिश्रा, शत्रुजीत कपूर व देशराज सिंह का नाम जाना तय है। यदि सरकार ने 30 वर्ष की सेवा पूरी करने वालों के नाम भी भेजे तो इसमें दो और नाम एडीजीपी आलोक कुमार रॉय व संजीव कुमार जैन का भी जुड़ जाएगा।
गृह विभाग को दिए नया पैनल बनाने के निर्देश
गृहमंत्री ने डीजीपी का पत्र स्वीकार करने के बाद सीएम को भेजी फाइल पर लिखा कि परिवार व करिअर के लिए यादव जाना चाहते हैं तो उन्हें रिलीव कर दिया जाए। परंतु यह तब तक न किया जाए, जब तक नए डीजीपी की नियुक्ति नहीं होती। उन्होंने होम डिपार्टमेंट काे भी नए सिरे सीनियर आईपीएस के नामों का पैनल बनाने के निर्देश दिए हैं।
यादव रिलीव हुए तो कार्यकारी डीजीपी कौन
डीजीपी को तत्काल रिलीव किया तो कार्यकारी डीजीपी लगाना पड़ेगा। सबसे सीनियर 1984 बैच के आईपीएस एसएस देशवाल डेपूटेशन पर केंद्र में आईटीबीपी के डीजी हैं। वे 31 अगस्त को रिटायर होंगे। दूसरे नंबर पर उनके साथ रिटायर होने वाले 1986 बैच के केके सिंधू हैं। वे एचपीएचसी के चेयरमैन हैं, जबकि तीसरे नंबर पर डीजी विजिलेंस पीके अग्रवाल हैं। माना जा रहा है कि सिंधू या अग्रवाल में से किसी को कमान दी जा सकती है।