कश्मीर पर परेशान पाकिस्तान:विदेश मंत्री कुरैशी बोले- मोदी की कश्मीरी नेताओं से मीटिंग ड्रामा, इससे कुछ हासिल नहीं होगाप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कश्मीर के नेताओं से मीटिंग को लेकर परेशान हो गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इसे ड्रामा और पब्लिक रिलेशन एक्सरसाइज बताया है। कुरैशी ने कहा- गुरुवार को जो मोदी ने मीटिंग की है, उससे कुछ हासिल होने वाला नहीं है।
मोदी ने गुरुवार को कश्मीरी नेताओं के साथ अहम मीटिंग की थी। इसमें कश्मीर के तमाम बड़े नेता शामिल हुए थे। तीन घंटे चली मीटिंग में प्रधानमंत्री ने इन नेताओं की बातों को ध्यान से सुना और फिर अपनी भी बात कही थी।
पाकिस्तान का रिएक्शन
कुरैशी ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नई दिल्ली में हुई मीटिंग पर सवालों के जवाब दिए। कहा- मेरे हिसाब से तो यह मीटिंग एक ड्रामे से ज्यादा कुछ नहीं थी। बहुत ज्यादा कहें तो यह एक पब्लिक रिलेशन एक्सरसाइज थी। लेकिन, इन चीजों से कुछ हासिल नहीं होने वाला। यह नाकामयाब और बेकार की कवायद है, क्योंकि इस तरह की चीजों से कुछ हासिल होने वाला नहीं है।
कश्मीरियों को पहचान की तलाश
कुरैशी ने कहा- कश्मीरियों को अब भी अपनी पहचान की तलाश है। वो आजादी और स्वायत्तता चाहते हैं। उन्हें सुरक्षा भी चाहिए और भारत वहां जो आबादी में बदलाव की कोशिश कर रहा है, उसे वहां के लोग कभी स्वीकार नहीं करेंगे। कश्मीरी नेता पहले ही साफ कर चुके हैं कि भारत सरकार को 5 अगस्त 2019 को उठाए गए कदमों को वापस लेना होगा। आर्टिकल 370 और धारा 35ए को बहाल करना होगा। कश्मीर को फिर राज्य का दर्जा देना होगा। मोदी से मीटिंग में इन नेताओं को इस बारे में कोई ठोस जवाब या भरोसा नहीं दिलाया गया कि राज्य का दर्जा फिर कब बहाल किया जाएगा।
NSA मोईद यूसुफ भी बोले
वहीं, पाकिस्तान के NSA मोईद यूसुफ ने ‘जियो न्यूज’ को दिए इंटरव्यू में कहा- कश्मीर के नेताओं को इसलिए बुलाकर बात की गई ताकि उन्हें मनाया जा सके। वहां भारत का समर्थन आम अवाम नहीं करता। कुछ नेताओं ने तो कहा है कि पाकिस्तान से बात करनी चाहिए। भारत वहां परिसीमन क्यों करा रहा है। भारत रोडमैप दे तो हम बातचीत पर विचार करेंगे। हम अफगानिस्तान के हालात को लेकर चिंतित हैं। सबसे ज्यादा नुकसान हमें होगा। अमेरिका ने हमें तो नहीं बताया कि वे कब अफगानिस्तान से लौटेंगे। पाकिस्तान को बलि बकरा बनाया तो जवाब आएगा।
इमरान से बात नहीं करनी तो न करें बाइडेन
जो बाइडेन को सत्ता में आए पांच महीने से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन उन्होंने अब तक पाकिस्तान के प्राइम मिनिस्टर इमरान खान को फोन तक नहीं किया। इस बारे में पूछे गए सवाल पर यूसुफ ने कहा- बाइडेन इमरान को फोन नहीं करते हैं तो न करें। यहां कौन उनके इंतजार में बैठा है? बात करना है तो आपसी ताल्लुकात पर करें। सिर्फ अफगानिस्तान पर बात नहीं होगी। अड्डे मांगकर अपना वक्त खराब न करें। भारत आतंकवाद फैला रहा है। भारत अफगान तालिबान से बात कर रहे हैं।
8 दलों के नेता शामिल हुए थे
प्रधानमंत्री ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर पर 8 दलों के 14 नेताओं के साथ करीब 3 घंटे तक बैठक की थी। प्रधानमंत्री आवास पर हुई इस मीटिंग में मोदी ने संदेश दिया कि जम्मू-कश्मीर से दिल्ली और दिल की दूरी कम होगी। उन्होंने परिसीमन के बाद जल्द विधानसभा चुनाव कराए जाने की बात भी कही थी और नेताओं से ये भी कहा कि वे इस प्रक्रिया में शामिल हों।
बैठक में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती समेत गुपकार अलायंस के बड़े नेता भी मौजूद थे। इनके अलावा गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद भी बैठक में शामिल हुए।