सनसनीखेज वारदात:चंडीगढ़ के प्राॅपर्टी डीलर की 4 गोली मारकर हत्या, 21 जून को निकला था घर से पिहोवा में मिला शवनयागांव के रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर संदीप चाहल का खून में सना शव पिहोवा के गांव बोधनी के पास नहर किनारे उसी की इनोवा गाड़ी में वीरवार सुबह मिला। गांव के एक युवक ने शव देख तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर डीएसपी गुरमेल सिंह और एसएचओ सतीश कुमार टीम के साथ पहुंचे। शव को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स के पैनल ने पोस्टमार्टम किया।
इसमें पता चला कि संदीप के लाइसेंसी रिवाॅल्वर से ही उसे चार गोलियां मारी गई हैं। हरियाणा पुलिस ने मृतक संदीप चाहल की पत्नी कुलदीप कौर के बयानों पर देवीगढ़ के खेड़ी गांव के रहने वाले मनजीत सिंह तथा कुछ अज्ञात साथियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302,201, 34 और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। मनजीत घर से फरार था और उसका फोन भी बंद आ रहा है। उसकी तलाश में पिहोवा पुलिस छापेमारी कर रही है।संदीप की लाइसेंसी रिवॉल्वर से उसी को ही मारी गोलियां
नयागांव के शिवालिक विहार में रहने वाली संदीप की पत्नी कुलदीप कौर ने बयानों में बताया कि संदीप आढ़त की दुकान के साथ-साथ प्राॅपर्टी डीलिंग का काम भी करता था। उसकी शादी 2004 में संदीप के साथ हुई थी। वे पहले फिरोजपुर रहते थे, लेकिन 2008 में नयागांव में आकर बस गए। उसके पति का देवीगढ़ (पटियाला) के गांव खेड़ी में एक मनजीत नाम का दोस्त रहता है। 21 जून को संदीप घर से यह कहकर गया था कि उसे मनजीत के पास पेमेंट लेने जाना है।
बुधवार शाम को संदीप ने कहा-दो घंटे में घर पहुंच जाऊंगा…
कुलदीप कौर ने बताया कि बुधवार शाम जब उसकी संदीप से बातचीत हुई तो वह घबराया हुआ था और जल्दबाजी में लग रहा था। बीच में ही फोन कट गया। बुधवार शाम 7 बजे फिर उसकी संदीप से बात हुई। तब उसने बताया कि वह मनजीत के साथ है और कुछ ही देर में चंडीगढ़ के लिए चलने वाला है।
करीब दो घंटे में पहुंच जाएगा। लेकिन रात को वह नहीं आया। 24 जून की सुबह संदीप के दोस्त से फोन कर बात की ती उसने बताया कि संदीप तो 23 जून की शाम 7 बजे ही उसके पास से चला गया था। इसके बाद वीरवार को पुलिस से उसकी मौत के बारे खबर मिली।
सिर, हाथ, छाती और जांघ पर मारी गोलियां
डीएसपी कुरुक्षेत्र गुरबचन सिंह ने बताया कि हत्यारों ने संदीप की लाइसेंसी रिवाॅल्वर से 4 गोलियां मारी। एक गोली उसके सिर, दूसरी गोली उसकी बाईं तरफ के हाथ, तीसरी गोली छाती को चीरते हुए पीठ से निकल गई और चौथी गोली जांघ में मारी गई है।
माैके के हालात देखकर पता चलता है कि जब हत्यारों ने गोली मारी तो संदीप ने अपना हाथ आगे किया। इस वजह से एक गोली उसके हाथ पर लगी। इसके बाद हत्यारों ने दूसरी गोली जांघ पर चलाई और तीसरी छाती और फिर अंत में चौथी गोली सिर में मार दी। संदीप की घड़ी और पर्स मौके पर ही पड़े मिले।