स्ट्रीट लाइट्स के टेंडर में घोटाला का आरोप:जो काम 600 करोड़ में एजेंसी करने को तैयार, उसे 1150 करोड़ में देने की तैयारीनगर निकायों में स्ट्रीट लाइट्स के टेंडर में घोटाले का आरोप लगा है। अभी सरकार की ओर से प्रदेशभर में स्ट्रीट लाइट्स को लेकर टेंडर किए जा रहे हैं। इन पर राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने सवाल उठाया है। उनका दावा है कि जो काम करीब 600 करोड़ रुपए में केंद्र सरकार की एजेंसी करने को तैयार है, वह कार्य सरकार प्राइवेट कंपनियों को साढ़े ग्यारह सौ करोड़ रुपए में टेंडर देने जा रही है।
दावा है कि इसके लिए 22 जून को टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। बुवानीवाला ने दावा किया है कि प्रदेश में स्ट्रीट लाइट्स के काम में बड़ी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए टर्न ओवर में बढ़ोतरी करके सरकार ने छोटी कंपनियों को तो इस प्रक्रिया से पहले ही बाहर कर दिया था। प्रदेश सरकार की ओर से स्ट्रीट लाइट्स लगाने के लिए 1150 करोड़ का टेंडर निकाला गया। इसी काम को केंद्र सरकार की एजेंसी ऐस्सल मात्र 600 करोड़ रुपए में कर सकती है।
हां, यह सही है कि स्ट्रीट लाइट्स को लेकर अभी टेंडर प्रक्रिया चल रही है, लेकिन इसमें घोटाले जैसी कोई बात नहीं है। अभी तो किसी को टेंडर ही नहीं दिया गया। जो कंपनी कम रेट पर आएगी, उसे ही मिलेगा।