संकट के दौर में सही फैसला:चारधाम यात्रा के लिए 7 लाख पर्यटकों ने कराई थी बुकिंग, अब कैंसिल होनी शुरूहरिद्वार कुंभ में फैले संक्रमण से सीख लेकर उत्तराखंड सरकार ने निरस्त की यात्रा
होटल व्यवसायियों को उम्मीद- कोरोना के हालात सुधरने पर लौटेंगे पर्यटक
उत्तराखंड की तीरथ सिंह रावत सरकार ने हरिद्वार कुंभ से सबक लेते हुए कोरोना संक्रमण फैलने की संभावनाओं के बीच चारधाम यात्रा-2021 निरस्त कर दी है। गुरुवार को हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि चारों धाम के कपाट तय समय पर खुलेंगे, लेकिन यात्रा नहीं होगी। 14 मई से यमुनोत्री मंदिर के कपाल खुलने के साथ यह यात्रा शुरू होनी थी।
हालांकि सरकार के इस निर्णय से पर्यटन उद्योग में निराशा है। फरवरी-मार्च में ही यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) के सैकड़ों गेस्ट हाउसों को 10 करोड़ रुपयों की अग्रिम बुकिंग मिल चुकी थी। लेकिन संक्रमण के चलते सात लाख पर्यटकों ने बुकिंग रद्द कर दी।
निगम के मुताबिक, कोरोना संक्रमण बढ़ने के चलते पर्यटकों के देशभर से फोन आने शुरू हो गए हैं। बता दें पिछले साल भी उत्तराखंड सरकार ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते यात्रा स्थगित कर दी गई थी, लेकिन जुलाई में कुछ नई शर्तों के साथ फिर से यात्रा शुरू हो गई थी।
इधर, होटल व होम-स्टे व्यवसायी निराश, राहत पैकेज की मांग
यमनोत्री यमुनोत्री मार्ग पर जितेंद्र रावत का रेस्तरां और होम स्टे है। वे बताते हैं- मैं पूना में होटल शेफ था। लॉकडाउन में नौकरी गई, तो लौटकर अपना व्यवसाय शुरू किया था। बैंक से कर्ज लिया और कुछ अपनी जमा पूंजी लगाई। लेकिन सरकार के फैसले से अब परिवार गहरे तनाव में आ गया है।
उत्तराखंड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप सहानी बताते हैं कि पिछले साल लॉकडाउन के बाद लगभग पांच महीने होटल पूरी तरह से बंद रहे, जिससे बहुत नुकसान हुआ। इस साल बहुत उम्मीदें थीं।
रुद्रप्रयाग में होम-स्टे चलाने वाले जगदीश सेमवाल बताते हैं कि यात्रा से हालात बदलेंगे, ये सोचकर उन्होंने मरम्मत कराई थी। लेकिन अब समझ नहीं आ रहा कि बैंक के लोन की किश्त किश्त कहां से भरेंगे।
एसडीसी थिंक टैंक के संस्थापक अनूप नौटियाल कहते हैं कि अब सरकार को तुरंत पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए राहत पैकेज जारी करना चाहिए। युवाओं ने बैंक से लोन लिए हैं। उनकी स्थिति सरकार को समझनी चाहिए।
सरकारी गेस्ट हाउस बने केयर सेंटर
गढ़वाल निगम के पर्यटक आवास गृहों के कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। नैनीताल में सूखाताल और तल्लीताल सरकारी रेस्ट हाउस मेंं कोविड केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं। ऋषिकेश में भरतभूमि और मुनीकीरेती में कोविड सेंटर बनाया गया है। फिलहाल, राज्य में रोज पांच हजार से ज्यादा नए केस और 100 के करीब मौतें हो रही हैं।
उम्मीद: बुकिंग आगे बढ़ाएंगे पर्यटक
उत्तराखंड को कोविड संक्रमण के चलते अरबों रुपयों का नुकसान हो चुका है। जीएमवीएन के एमडी आशीष चौहान बताते हैं कि अभी तीन करोड़ में से सिर्फ सात लाख के बुकिंग कैंसिल हुई है। हमें उम्मीद है कि पर्यटक बुकिंग कैंसिल कराने की बजाय बुकिंग आगे के लिए शिफ्ट कराएंगे और जैसे ही कोरोना की स्थिति सुधरेगी, वे लौटेंगे।